उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक महिला सिपाही ने विभाग से नाराज होकर खुद को अपने सरकारी घर पर बंद कर लिया है. बताया जा रहा है कि महिला सिपाही के साथ प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी हुई थी. इसकी एफआईआर दर्ज न होने से वो नाराज थी.
जैसे ही स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी मिली एक सब इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचा और दरवाजा तोड़कर महिला सिपाही को बाहर निकाला. मितौली थाने में तैनात महिला सिपाही गायत्री वर्मा का कहना है कि लखनऊ पुलिस महानिदेशक कार्यालय में तैनात बताने वाले सिपाही राजन वर्मा ने लखनऊ में प्लॉट दिलाने के नाम पर करीब नौ लाख रुपए ले लिए थे.
प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं करा रहा था
कई बार उससे प्लॉट की रजिस्ट्री कराने की बात कह रही थी और लगातार उसे टालता रहा. महिला सिपाही ने बताया कि कई फोन उठाता नहीं था. रविवार राजेंद्र वर्मा ने धमकी भरे मैसेज में लिखा हम तुम्हें प्लॉट नहीं बेचेंगे. जाओ जो करना है वो कर लो.
इससे गुएस्साई महिला सिपाही ने मितौली थाने में राजन वर्मा के खिलाफ तहरीर दी. जिसे लेने से इनकार कर दिया. महिला सिपाही ने मितौली थाना परिसर में ही बने अपने सरकारी आवास में जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया.
इसकी सूचना मिलते ही मौके पर थाने पर तैनात सिपाही और सब इंस्पेक्टर पहुंच गए. उन्होंने दरवाजा तोड़कर महिला सिपाही को सकुशल बाहर निकाल लिया.