यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा और परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर राजस्थान सरकार द्वारा बसों के बिल को लेकर लगाए आरोपों की सफाई दी. यूपी सरकार की तरफ से बताया गया कि राजस्थान सरकार ने ही कहा था कि हम बच्चों को बॉर्डर तक छुड़वा दे रहे हैं.
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि 560 बसें यूपी सरकार ने भेजी थीं. हमारी बसों में डीजल की कमी हुई तो राजस्थान के पेट्रोल पंपों पर भराया गया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि कोटा में कई और बच्चों ने कहा था कि हमें भी साथ लेते चलिए क्योंकि यहां खाना-पानी भी नहीं मिल रहा.
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राजस्थान सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने 36 लाख 36 हजार 664 रुपए का रिमाइंडर फिर भेज दिया है. एक तरफ राजस्थान सरकार बिल भेज रही और एक तरफ बस भेज रहे हैं. ऐसी दोहरी मानसिकता राष्ट्रीय नेतृत्व को शोभा नहीं देती है. बच्चों को बस से भेजने का किराया भी राजस्थान सरकार भेज रही है. प्रतिदिन एक शिगूफा छोड़कर राजनीति कर रहे हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि आज भी राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में हजारों श्रमिक पैदल घूम रहे हैं. राजस्थान सरकार में कोई मानवीय संवेदना नहीं है. खाने, पीने, टेस्ट और बस की कोई व्यवस्था नहीं है. बसों को 12 घंटे कहकर लाए थे, ड्राइवर, कंडक्टर को भोजन तक नहीं दिया था. क्या हम ऐसी बसों में अपने लोग भेजते, जहां ड्राइवर को भी खाना नहीं है.
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कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश और श्रमिकों से माफी मांगनी चाहिए. अनर्गल प्रचार कर गलत साक्ष्य दिखा रहे हैं. मिथ्या वर्णन कर गुमराह करने की साजिश है.