समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जौहर यूनिवर्सिटी में 13.842 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति की जांच भी SIT को सौंप दी है. जिला प्रशासन की संस्तुति पर शासन ने SIT को जांच सौंपी है. आरोप है कि पाकिस्तान गए एक परिवार की संपत्ति (शत्रु संपत्ति) आजम खान ने इस यूनिवर्सिटी में मिला ली थी.
आजम खान एक ओर जहां जमीन विवाद में फंसे हैं तो वहीं दूसरी ओर आपत्तिजनक बयानों को लेकर भी वो मुश्किल में पड़ते नजर आ रहे हैं. उनके खिलाफ उनके ही संसदीय क्षेत्र रामपुर में पुलिस ने 13 मामलों में चार्जशीट फाइल की. लोकसभा चुनावों के दौरान आजम खान के खिलाफ कुल 15 मुकदमे दर्ज हुए थे.
आजम खान के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन और आपत्तिजनक भाषण देने के मामले में मुकदमे दर्ज हुए थे. इन मुकदमों में से दो मुकदमे ऐसे हैं, जिनमें पुलिस ने पहले ही चार्जशीट तैयार कर ली थी. 13 मुकदमों में पुलिस ने विवेचना पूरी कर आजम खान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की.
गौरतलब है कि आजम खान इन दिनों भूमि विवाद और अभद्र टिप्पणियों की वजह से चर्चा में हैं. अपने विवादित बयानों के लिए जाने वाले सपा सांसद आजम खान ने लोकसभा में पीठासीन महिला सांसद रमा देवी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी. जिसके बाद रमा देवी ने साफ कह दिया था कि वो सपा सांसद आजम की माफी से संतुष्ट नहीं होंगी, जबकि माना जा रहा है कि सभी पार्टियों द्वारा अधिकृत होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सपा सांसद आजम खान को माफी मांगने को कहेंगे.
इससे पहले रामपुर में एक पुल गिरवाने के आरोप में राज्यपाल राम नाईक ने उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई के लिए कहा था. राज्यपाल राम नाईक ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को इस मामले में पत्र भी लिखा था. आजम खान के खिलाफ गवर्नर राम नाईक ने चौथे मामले में पत्र लिखकर कानूनी कार्रवाई के लिए कहा. आजम खान इस वक्त जौहर विश्वविद्यालय के लिए अवैध जमीन कब्जे को लेकर कई मुकदमों का सामना कर रहे हैं. जमीन कब्जे के मामले में राज्यपाल राम नाईक ने उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं.