ओलंपिक खेलों में एथलेटिक्स प्रतियोगिता के 100-मीटर दौड़ को विश्व रिकार्ड के साथ जीतने वाले जमैका के धावक उसेन बोल्ट की नजरें अब 200-मीटर के खिताब पर है. यदि उसेन इस रेस को जीत लेते हैं तो वो महान अमेरिकी धावक कार्ल लुईस के बाद ऐसा करने वाले पहले एथलीट होंगे.
बोल्ट का यदि 100-मीटर जीतने के दौरान रहा फार्म बरकरार रहता है तो 200-मीटर का फाइनल जीतने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. इससे पहले 1984 में कार्ल लुईस ने एक ही ओलंपिक में 100 और 200-मीटर की रेस जीती थी. अब तक सोवियत फर्राटा धावक वालेरी बोरजोव (1972), कनाडा के पर्सी विलियम्स (1928), अमेरिका के बाबी मोरो (1956), जेसी ओवेंस (1936), एडी टोलान (1932), राल्फ क्रेग (1912) और आर्ची हान (1904) यह कारनामा कर चुके हैं.
बोल्ट ने अपना ही विश्व रिकार्ड 9.69 सेकेंड से बेहतर करके 100 मीटर में बाजी मारी थी. इस जीत के साथ ही बोल्ट ने ओलंपिक की 100-मीटर स्पर्धा में जमैका को पहला स्वर्ण पदक दिलाया. बोल्ट को 200-मीटर रेस में भी अच्छा करने की उम्मीद है. उनका कहना है कि ‘मुझे रिकार्ड की परवाह नहीं है और मैं यहां बस जीतने आया हूं’ .इस साल 200-मीटर रेस में बोल्ट ने सबसे तेज समय निकाला था जब 13 जुलाई को एथेंस में उन्होंने 19.67 सेकेंड में रेस पूरी की.