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सिब्बल बोले- BJP ने उड़ाई संविधान की धज्जियां, कर्नाटक में भी यही किया था

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.  

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कपिल सिब्बल (फाइल फोटो)
कपिल सिब्बल (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर निशाना. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि देश के ऐसे चाणक्य को मैं दाद देता हूं. देखते हैं चाणक्य अब इस बीच क्या करते हैं.

कपिल सिब्बल ने कहा कि बीजेपी को देश और संविधान की कोई चिंता नहीं है. संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं. कपिल सिब्बल ने कहा कि कर्नाटक में भी बीजेपी ने यही किया था.

उन्होंने बताया कि सर्वसम्मति से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम होंगे. शाम 6 बजे कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की बैठक होगी. बैठक के बाद हम राज्यपाल के पास जाएंगे. और देखते हैं चाणक्य इस बीच क्या करते हैं.

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वहीं, पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पत्रकारों से कहा, 'अवैध तरीके से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बने लोगों ने इस्तीफा दे दिया है. हमें उम्मीद है कि राज्यपाल अपने पद का दायित्व निभायेंगे. वह महाराष्ट्र विकास अघाड़ी को सरकार बनने का न्यौता दें.'

इससे पहले पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'जनमत को अगवा करने वालों के अल्पमत की पोल खुल ही गई. अब साफ़ है कि भाजपा में चाणक्यनीति के मायने प्रजातंत्र का अपहरण है.' उन्होंने कहा, 'देवेंद्र फड़नवीस व अजित पवार को महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगनी चाहिए. उनकी सरकार झूठ व दलबदल पर आधारित थी जो ताश के पतों सी गिर गई.'

सुरजेवाला ने कहा, 'आज का दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह की जबाबदेही भी सुनिश्चित करने का है.' उन्होंने सवाल किया, 'महाराष्ट्र में प्रजातंत्र का तमाशा क्यों बनाया? राज्यपाल को कठपुतली की तरह इस्तेमाल क्यों किया? राष्ट्रपति की गरिमा को ठेस क्यों पहुंचाई?'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'नरेंद्र मोदी व अमित शाह जबाब दें कि देश के मंत्रिमंडल को पंगु क्यों बनाया? दलबदल और खरीद फरोख्त का नंगा तांडव क्यों? एक अल्पमत की सरकार बना इतने दिन तक बहुमत का ड्रामा क्यों? भ्रष्टाचार के मुक़दमे वापस क्यों लिए? संविधान की धज्जियां क्यों उड़ाई?'

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वहीं, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, 'संविधान दिवस पर संविधान के मूल्यों और लोकतंत्र की जीत हुई है. यह भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र के इतिहास में बड़ा दिन है.'

वेणुगोपाल ने कहा, 'यह बहुत शर्मनाक है कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेताओं ने अपनी सस्ती राजनीति के लिए राष्ट्रपति और राज्यपाल के कार्यालय का इस्तेमाल किया.'

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