कोई नया फेसबुक फ्रेंड आपको आर्थिक मदद देने का वादा करे तो सावधान रहें. हो सकता है कि वह आपको झांसा दे रहा हो. देहरादून की एक महिला ऐसे ही एक झांसे में आकर 1.3 करोड़ रुपये गंवा बैठी.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के मुताबिक आरोपी शख्स ने देहरादून में वृद्धाश्रम खोलने के लिए उसे 9 करोड़ रुपये देने का वादा किया था, लेकिन इससे पहले उसने इस रकम की टैक्स अदायगी करने को कहा. राम विहार की रहने वाली बीना ठाकुर इस झांसे में आ गई और अलग-अलग बैंक खातों में उसने 1.3 करोड़ रुपये जमा करवा दिए.
आरोपी ने बताया विदेशी नाम
पुलिस में की गई शिकायत के मुताबिक पीड़िता ओएनजीसी कर्मचारी की पत्नी है. वह पिछले साल
नवंबर में रिचर्ड एंडरसन नाम के शख्स से फेसबुक के जरिये संपर्क में आए. दोनों ने फोन नंबर साझा किए
और फोन पर बात करने लगे. फोन पर एंडरसन ने बीना को बताया कि वह भारत के लोगों की मदद
करना चाहता है और इसके लिए उसने सुझाव मांगे. इसके बाद उसने वादा किया कि वह ओल्ड एज होम
के लिए 9 करोड़ रुपये मदद के तौर पर देगा.
रिजर्व बैंक का नाम लेकर की फोन कॉल
कुछ दिन बाद बीना को एक फोन आया. फोन करने वाले ने दावा किया कि वह रिजर्व बैंक की फॉरेन
एक्सचेंज ब्रांच से बोल रहा है. उसने बताया कि वह सारा पैसा उस पर लगने वाला टैक्स चुकाकर ले
सकती है.
देहरादून के एसएसपी अजय रौटेला ने बताया, 'इसके बाद बीना ने अलग अलग बैंक खातों में काफी रकम जमा कर दी. बाद में उन्हें दो लोगों का फोन आया, जिन्होंने अपने नाम विलियम जॉर्ज और केविन ब्राउन बताए और कुछ और पैसों की मांग की. बीना ने 25 बैंक खातो में कुल 1.3 करोड़ रुपये जमा कर दिए.'
मामले में एंडरसन, जॉर्ज, ब्राउन और एक और शख्स के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. उन बैंक खातों के ब्यौरे ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है, जिनमें पैसे मंगवाए गए. इनमें से ज्यादातर अकाउंट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के हैं.