राजस्थान में कांग्रेस सरकार में आपसी घमासान अब खुलकर सामने आने लगा है. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्रियों पर निशाना साध रहे हैं. अब सचिन पायलट ने कहा है कि कोटा में बच्चों की मौत के मामले में सरकार ने संवेदनशीलता नहीं बरती. साथ ही जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) हिंसा पर पायलट ने कहा कि बीजेपी सरकार विश्वविद्यालयों में हिंसा करवा रही है.
इतिहास में सचिन पायलट राजस्थान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बैठने वाले सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रदेश अध्यक्ष बन गए हैं. इस मौके पर बोलते हुए पायलट ने कहा, 'सरकार बीजेपी की हो या कांग्रेस की, जनता के लिए जो सही लगेगा वह मुद्दे उठाते रहेंगे. हमारे लिए विपक्ष में रहने के दौरान एक मापदंड हो और सत्ता में आने के बाद दूसरा मापदंड हो, यह नहीं चलेगा. हमें जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरना पड़ेगा और सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है.'
पायलट ने कहा, 'मैं भी सरकार का हिस्सा हूं और हम पार्टी के अंदर इस मसले पर एक दूसरे से संपर्क करते रहते हैं. कोटा में बच्चों की मौत के मामले में सरकार ने संवेदनशीलता नहीं बरती.' इसके अलावा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का बंगला बचाने के लिए हाई कोर्ट के बंगला खाली कराने के आदेश के खिलाफ अशोक गहलोत के सुप्रीम कोर्ट जाने पर भी सवाल उठाते हुए पायलट ने कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट जाकर ठीक काम नहीं किया.
जेएनयू हिंसा पर क्या कहा?
साथ ही पायलट ने जेएनयू हिंसा पर कहा कि बीजेपी सरकार असल मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए हिंसा का सहारा ले रही है. जिसके खिलाफ देश का नौजवान अब खड़ा होने लगा है. असल मुद्दा महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का है, जिस पर सरकार को जवाब नहीं सूझ रहा तो विश्वविद्यालयों में हिंसा करवा रही है.
पायलट ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से वक्त मांगा है और वक्त मिलते ही इन सारी चीजों की जानकारी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी जाएगी. बीजेपी को लेकर पायलट ने कहा कि बीजेपी इतने टुकड़े में बढ़ चुकी है कि राजस्थान में वह कहीं बची ही नहीं है. विपक्ष खुद अपना काम नहीं कर पा रहा है. उसे हमारी तरफ देखने से पहले एक बार अपना घर देखना चाहिए.