पंजाब यूनिवर्सिटी में आज छात्रों द्वारा बुलाए गए बड़े विरोध प्रदर्शन के मद्देनज़र सभी प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है. यूनिवर्सिटी परिसर के भीतर और आसपास पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी स्थिति को नियंत्रित रखा जा सके.
यह विरोध प्रदर्शन 'पंजाब यूनिवर्सिटी बचाओ मोर्चा' के बैनर तले आयोजित किया गया है. छात्रों की मुख्य मांग है कि विश्वविद्यालय में सीनेट चुनाव तुरंत कराए जाएं. उनका कहना है कि सीनेट ही विश्वविद्यालय का लोकतांत्रिक ढांचा है और उसके बिना अकादमिक और प्रशासनिक पारदर्शिता संभव नहीं है.
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सुबह से ही छात्रों का प्रोटेस्ट मार्च कैंपस में शुरू हो गया है. इस मार्च में न केवल छात्र बल्कि निहंग जत्थे, पूर्व छात्र, और कई युवा सामाजिक नेता भी शामिल हुए हैं. पिछले कुछ दिनों में कई राजनीतिक नेताओं, कलाकारों और गायकों ने भी यूनिवर्सिटी पहुंचकर छात्रों के आंदोलन के प्रति समर्थन जताया था.
केंद्र सरकार ने हाल ही में वह नोटिफिकेशन वापस ले लिया है, जिसे लेकर छात्रों में असंतोष था. बावजूद इसके, विरोध जारी है. छात्रों का कहना है कि नोटिफिकेशन वापसी के बावजूद प्रशासनिक निर्णयों पर स्पष्टता नहीं है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाल होने तक आंदोलन चलता रहेगा.
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यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि संवाद के ज़रिए समस्या का हल निकाला जाएगा. वहीं, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा के सारे इंतजाम किए गए हैं और किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी.