पंजाब के फरीदकोट जिले में शनिवार रात अचानक ब्लैकआउट कर दिया गया. पाकिस्तान की ओर से संभावित ड्रोन हमले के इनपुट के बाद जिले में 10 घंटे तक बिजली गुल रही और 12 घंटे तक इंटरनेट बंद कर दिया गया. प्रशासन की अपील पर शहर से लेकर गांव तक लोगों ने घरों की लाइटें बंद रखीं. गांवों के गुरुद्वारों से माइक पर लगातार घोषणा की जाती रही कि कोई भी घर या वाहन लाइट ना जलाए.
बीती रात पाकिस्तान की ओर से संभावित ड्रोन हमले के बाद पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया. फरीदकोट जिले में जिला प्रशासन ने ब्लैकआउट का आदेश दिया, जिसके चलते पूरे जिले में रातभर अंधेरा छाया रहा. इस दौरान 12 घंटे तक इंटरनेट सेवाएं भी बंद रखी गईं.
फरीदकोट के गांव डगो रोमाणा सहित कई इलाकों में गुरुद्वारों से कहा गया कि वह सभी लाइटें बंद रखें. गांव के लोगों ने सरकार की अपील पर पूरा सहयोग दिखाया और जनरेटर, इनवर्टर तक की लाइटें बंद कर दीं.
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फरीदकोट की डिप्टी कमिश्नर नवदीप कौर ने कहा कि ब्लैकआउट का मतलब है पूर्ण रूप से सभी लाइटें बंद. कुछ लोग इनवर्टर या जनरेटर की लाइटें जलाए रखते हैं, इससे खतरा हो सकता है. इसलिए CCTV, वाहन, मोबाइल की फ्लैशलाइट तक बंद रखें.
उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है. DC ने अपील की कि लोग जरूरत से ज्यादा राशन इकट्ठा न करें और न ही दुकानदार मुनाफाखोरी करें. प्रशासन ने ऐसे मामलों पर नजर रखने के लिए विशेष टीमें गठित कर दी हैं.
गांव डगो रोमाणा के रहने वाले ग्रामीणों ने कहा कि गांववाले पूरी तरह से सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं. हम लोग लाइटें पूरी तरह बंद रखते हैं और गुरुद्वारे से समय-समय पर सूचना मिलती रहती है.