पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज पांडे ने समाजवादी पार्टी द्वारा अपने निष्कासन को हास्यास्पद बताया है. उन्होंने कहा कि वे 18 मई 2024 को ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके थे. मनोज पांडे ने रामचरितमानस पर टिप्पणी और धार्मिक आस्थाओं के अपमान को पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण बताया और कहा कि 'आत्मा उसी की जगती है जिसकी आत्मा जिंदा होती है'.