कर्नाटक के आलंद से कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल का एक ऑडियो क्लिप सामने आया है जिसमें उन्होंने राज्य की राजीव गांधी आवास निगम से जुड़े अधिकारियों पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. कर्नाटक राज्य नीति और नियोजन आयोग के उपाध्यक्ष पाटिल ने ऑडियो में दावा किया है कि आवास योजना के तहत केवल उन लोगों को मकान आवंटित किए गए, जिन्होंने रिश्वत दी, जबकि उनके जैसे निर्वाचित प्रतिनिधियों की सिफारिशों को नजरअंदाज कर दिया गया.
यह ऑडियो क्लिप कथित तौर पर बीआर पाटिल और आवास मंत्री जमीर अहमद खान के निजी सहायक सरफराज खान के बीच की बातचीत का है. क्लिप के वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. ऑडियो में पाटिल को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उनकी सिफारिशों को दरकिनार कर ग्राम पंचायत अध्यक्षों की सिफारिशों को प्राथमिकता दी गई, जिन्होंने कथित तौर पर रिश्वत दी थी. ऑडिया में पाटिल कहते हैं, 'जिसने पैसा दिया, उसे मकान मिला, क्या यह धंधा है?'
उन्होंने सवाल उठाया कि आवास निगम ने उनकी सिफारिशों के बजाय उन लोगों की सिफारिशों को क्यों तरजीह दी, जिन्होंने 'पैसा दिया'. पाटिल ऑडियो में कहते हैं, 'अगर ऐसा होगा तो मेरी क्या इज्जत रह जाएगी?' खान को इन आरोपों से इनकार करते हुए सुना जा सकता है जिसमें वे कहते हैं कि अगर रिश्वत लेने वालों का विवरण दिया जाए तो उन्हें जेल भेजा जाएगा. पाटिल ने चेतावनी दी कि अगर लाभार्थियों की सूची सार्वजनिक की गई तो सरकार 'हिल जाएगी'.
पाटिल ने आगे आरोप लगाया कि उनके आलंद निर्वाचन क्षेत्र में 950 मकानों के वितरण में रिश्वत ली गई जिसमें मुन्नल्ली में 200 मकान, हित्ताला शिरूर में 100, दंगापुर में 200, कावलगा और मडियाल में 200-200 मकान शामिल हैं. लीक हुए ऑडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'बीआर पाटिल ने जो कहा वह 100 प्रतिशत सच है. इस सरकार में बिना रिश्वत दिए कोई काम नहीं हो सकता. उनके अपने विधायक यह कह रहे हैं.सरकार को इसे स्वीकार करना चाहिए और अपनी गलती सुधारनी चाहिए.'
भाजपा विधायक महेश तेंगिनकाई ने भी कांग्रेस पर हमला बोला और कहा, 'वरिष्ठ कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल ने खुद ऑडियो में स्वीकार किया है कि कांग्रेस सरकार में कुछ भी करवाने के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है, यहां तक कि मकान आवंटन के लिए भी. अगर कोई 100 प्रतिशत भ्रष्ट सरकार है तो वह यह कांग्रेस सरकार है. वे लोगों खासकर अल्पसंख्यकों को धोखा दे रहे हैं और उनका उपयोग करते हुए भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं.'
हालांकि, कांग्रेस ने अपने विधायक के बयानों से दूरी बनाई. कांग्रेस एमएलसी नागराज यादव ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा, 'मैं इन बातों से सहमत नहीं हूं. कर्नाटक सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. भ्रष्टाचार करने वाली पार्टी भाजपा है. राजनीतिक आरोप आज टिकने वाले नहीं हैं.' उन्होंने कहा, 'सिद्धारमैया ने स्पष्ट कर दिया है कि ग्राम पंचायत स्तर से लेकर मंत्री स्तर तक किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुझे नहीं पता कि बीआर पाटिल ने किस संदर्भ में ये टिप्पणियां कीं लेकिन अगर उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोई शिकायत है तो उन्हें ऐसी हास्यास्पद और आधारहीन बातें करने के बजाय मुख्यमंत्री के साथ चर्चा करनी चाहिए.'