अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता को लेकर बार-बार दिए जा रहे बयानों ने भारत की विदेश नीति पर एक व्यापक बहस को जन्म दिया है. इस संदर्भ में भारत की दशकों पुरानी नीति को दोहराया गया कि, 'भारत के मामले में किसी तीसरे देश की दखलंदाजी हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.'