उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर संसद की सर्वोच्चता पर ज़ोर दिया है. उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार संसद से ऊपर कोई नहीं है और जनप्रतिनिधि ही तय करेंगे कि संविधान में क्या होगा. धनखड़ का बयान है, "संसद ही सुप्रीम है.