भारत के रक्षा बजट में अतिरिक्त आवंटन किए जाने की चर्चा है. जो लगभग 50,000 करोड़ रुपये का हो सकता है. यह कदम 'ऑपरेशन सिन्दूर' के बाद और सेनाओं की जरूरतों, जरूरी खरीद, रिसर्च डेवलपमेंट, नई टेक्नोलॉजी, और नए हथियारों और गोला-बारूद की खरीद के लिए उठाया जा रहा है. इस अतिरिक्त आवंटन को शीतकालीन सत्र में मंजूरी मिलने की संभावना है.