उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को ऑपरेशन सिंदूर की तुलना अमेरिका की ओर से पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन को मार गिराने की कार्रवाई से की. हालांकि उन्होंने ओसामा का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि 2 मई 2011 को एक ग्लोबल टेररिस्ट, जिसने अमेरिका में 11 सितंबर के हमलों की साजिश रची, उन्हें अंजाम दिया और उनकी निगरानी की, उसे अमेरिका ने जिस तरह खत्म किया, वैसे ही भारत ने भी किया है, और यह पूरी दुनिया की जानकारी में हुआ है.
'एक नया ग्लोबल बेंचमार्क सेट हुआ है'
धनखड़ ने कहा कि इस कार्रवाई के साथ एक नया 'वैश्विक मानक' (ग्लोबल बेंचमार्क) सेट हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत ने शांति की भावना को बनाए रखते हुए आतंकवाद पर सीधा वार किया है. उपराष्ट्रपति ने बताया कि पहली बार अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों पर सटीक हमले किए गए. उन्होंने कहा कि ये हमले इतने सटीक थे कि केवल आतंकवादी ही मारे गए, नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
भारतीय सेना ने ढेर किए 100 से अधिक आतंकी
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की हत्या के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक एक विशेष सैन्य अभियान शुरू किया. यह कार्रवाई सीमापार स्थित आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ की गई, जो जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों से जुड़े थे.
तीनों सेनाओं के संयुक्त ऑपरेशन में सटीक स्ट्राइक की गई, जिनका उद्देश्य केवल आतंकियों को निशाना बनाना था. यह पहली बार था जब अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार गहराई तक घुसकर इतनी स्पष्टता और सटीकता से कार्रवाई की गई, जिससे भारत की 'जीरो टॉलरेंस' नीति और सैन्य क्षमता का दुनिया भर में संदेश गया. भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे.