भारतीय जनता पार्टी ने कोलकाता में पिछले हफ्ते नबन्ना अभियान (सचिवालय तक मार्च) बुलाया था. इस दौरान पूरे प्रदेशभर से कार्यकर्ता कोलकाता में जमा हुए थे. इस दौरान जमकर हंगामा हुआ था. कार्यकर्ताओं ने पुलिस के वाहन जला दिए थे. इस दौरान पुलिसकर्मियों पर भी हमले के वीडियो सामने आए थे. अब इस मामले में TMC विधायक ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वे इस हिंसा को बम फेंककर शांत करा देते.
सत्ताधारी टीएमसी विधायक मदन मित्रा ने बताया, ''बैठक में किसी ने कहा कि नबन्ना अभियान के दौरान भाजपा ने कैसे गुंडागर्दी की? मैंने जवाब में कहा, हां उन्होंने किया. मदन मित्रा के मुताबिक, बीजेपी ऐसा इसलिए कर पाई, क्योंकि पुलिस को उन्हें पीटने का आदेश नहीं दिया गया था. हम अब बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हम देख सकते थे कि वहां एक हजार से ज्यादा महिलाएं थीं. हम हम एक बाइक पर दो लड़कों को भेज सकते थे, जो चार बम फेंकते. हिंसा खत्म हो जाती.
इससे पहले मदन मित्रा ने कहा था कि पश्चिम बंगाल सचिवालय तक भाजपा के मार्च के दौरान हिंसा और पुलिस पर हमले में शामिल लोगों को "सिर्फ दस मिनट में सबक सिखाया जाना चाहिए. मित्रा एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा था कि अगर पार्टी आलाकमान निर्देश देता कि जो लोग गुंडागर्दी और तोड़फोड़ में शामिल हैं, तो उन्हें समझाने और पीटने में 10 मिनट से ज्यादा समय नहीं लगता.
मदन मित्रा ने कहा कि हम हमलावरों से दोगुना फोर्स तैनात करके जवाब दे सकते थे. हम एक बाइक पर दो लड़कों को भेज सकते हैं जो चार बम फेंक सकते थे. जिससे भीड़ अलग हो जाती. उन्होंने कहा, "लेकिन इस तरह की कार्रवाई में कोई श्रेय नहीं है. उन्होंने कहा कि टीएमसी जोर देकर कहती है कि वह विकास चाहती है, हिंसा नहीं. यह प्यार और करुणा की भाषा बोलती है, बर्बरता नहीं.
बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं, बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने पलटवार करते हुए कहा कि टीएमसी ने लोगों का समर्थन खो दिया है, इसलिए वे ऐसा बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हमें ऐसे और बयान सुनने को मिलेंगे, ये लोग विपक्षी नेताओं को डराने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं.
(Input- Rittick )