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तीन महीने से लापता थे, भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाए गए... आंध्र प्रेदश के शख्स को BSF ने परिवार से मिलाया

50 वर्षीय वेंकट राव आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं और तीन महीनों से घर से लापता थे. उन्हें हाल ही में अखनूर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास भटकते हुए पाया गया. बीएसएफ की कोशिशों से उन्हें उनके परिवार से मिलवाया गया, जिससे उनके परिवार ने राहत की सांस ली.

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वेंकट राव को बीएसएफ ने परिवार से मिलवाया
वेंकट राव को बीएसएफ ने परिवार से मिलवाया

आंध्र प्रदेश के एक शख्स को बीएसएफ ने उनके परिवार से मिलवाया है. वह कश्मीर के अखनूर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास भटकते पाए गए थे. सीमा बल ने बताया कि 50 वर्षीय शख्स को उनके परिवार के पास सुरक्षित भेज दिया गया है.

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शख्स की पहचान वेंकट राव के रूप में हुई है, जो आंध्र प्रदेश के मूल निवासी हैं. पिछले तीन महीनों से घर से लापता थे. बीएसएफ के मुताबिक, वेंकट राव 31 मार्च 2025 को अखनूर, जिला जम्मू के सीमा क्षेत्र के पास एक रूटीन चेकअप के दौरान पाए गए थे. जब उनसे पूछताछ की गई, तो वह अपने बारे में पूरी जानकारी देने में असमर्थ थे.

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जम्मू बीएसएफ ने एक एक्स पोस्ट में कहा, "वेंकट राव, उम्र 50 वर्ष, वीपीओ - ​​नेलातुरु, पोस्ट - नेहातुरु, जिला - पूर्वी गोदावरी, आंध्र प्रदेश के मूल निवासी पिछले 03 महीनों से घर से लापता थे; 31 मार्च को जिला जम्मू के अखनूर के सीमा क्षेत्र के पास एक नियमित जांच के दौरान उनसे पूछताछ की गई थी." बीएसएफ ने कहा कि वेंकट राव के परिवार वालों ने बताया कि वे पिछले तीन महीने से लापता थे. परिवार वालों ने उनके बारे में जानकारी देने के लिए बीएसएफ को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया.

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बीएसएफ ने शख्स के घर का पता लगाया

बीएसएफ अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अतिरिक्त कोशिशों से उनका परिवार तलाश करने का फैसला किया. अधिकारियों ने आंध्र प्रदेश में उनके परिवार का पता लगाया और 11 अप्रैल को वेंकट राव को उनके घर भेज दिया गया.

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वेंकट राव की घर वापसी से परिवार में खुशी

वेंकट राव की सुरक्षित घर वापसी से परिवार में खुशियों का माहौल है. बीएसएफ अधिकारियों ने इस घटना के माध्यम से सीमा सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का परिचय दिया है.

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