कोविड के बाद शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के नेता पहली बार आमने-सामने की बैठक में शामिल हो रहे हैं. उज्बेकिस्तान के समरकंद में 14 से 16 सितंबर के बीच होने वाली इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्थानीय समयानुसार गुरुवार शाम 6 बजे तक पहुंच सकते हैं. उज्बेकिस्तान में इंडिया क्लब ताशकंद ने उनके सम्मान में उज्बेक कारीगरों से एक खास कालीन बुनवाया है. इस कालीन पर पीएम मोदी का चेहरा उकेरा गया है.
शंघाई सहयोग संगठन की इससे पिछली दो बैठकें वर्चुअल और हाइब्रिड तरीके से हुईं. कोविड की वजह से ये सावधानी बरती गई. इससे पहली बार SCO के आठों सदस्य देशों के नेताओं की आमने-सामने की मुलाकात 2019 में किर्गिस्तान के बिश्केक में हुई थी. 2020 में ये बैठक मॉस्को की मेजबानी में वर्चुअली और 2021 में दुशांबे की मेजबानी में हाइब्रिड मोड में हुई.
साल 2001 में बने SCO में कुल आठ सदस्य देश हैं. इसमें चीन, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शुरुआत से हैं. जबकि भारत और पाकिस्तान 2017 में पूर्ण सदस्य बने. वहीं कई सारे देश आब्जर्वर कंट्री की तरह SCO में शामिल हैं. इनमें अफगानिस्तान, बेलारूस और मंगोलिया हैं. वहीं कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका, तुर्की, अर्मेनिया और अजरबेजान इस संगठन के डायलॉग पार्टनर हैं.
कोविड के बाद पहली बार मिलेंगे दिग्गज
कोविड के बाद यह पहली बार होगा जब पीएम मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबेज शरीफ, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन दो दिन के शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. लेकिन दुनिया के बदलते हालात, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच सभी की नजर पीएम मोदी और पुतिन की मुख्य बैठक से इतर होने वाली द्विपक्षीय वार्ता पर होगी.
बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बुधवार को ही समरकंद पहुंच चुके हैं. उनकी पीएम मोदी और पुतिन से मुलाकात को लेकर चीनी मीडिया ने कुछ स्पष्ट नहीं किया है.
ईरान बन सकता है पूर्ण सदस्य
कहा जा रहा है कि समरकंद SCO शिखर सम्मेलन में इस संगठन का दूसरा विस्तार हो सकता है. इस बार ईरान को इस ग्रुप में पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल किया जाना है. SCO का पिछला विस्तार 2017 में भारत और पाकिस्तान को पूर्ण सदस्य बनाकर किया गया था. इतना ही नहीं इस बार चार अन्य देश ऑब्जर्वर स्टेट और छह देश डायलॉग पार्टनर भी बन सकते हैं.
औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ईरान अगले शिखर सम्मेलन में पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल होगा. SCO का अगला शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित होना है.
पीएम मोदी का कार्यक्रम
पीएम मोदी SCO में 15 सितंबर को पहुंचेंगे और शुक्रवार रात को भारत के लिए वापसी करेंगे. वहीं उनकी रूस, उज्बेकिस्तान और ईरान के साथ द्विपक्षीय वार्ता का कार्यक्रम लगभग तय है.
(एजेंसी के इनपुट के साथ)