
रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के लोगों के लिए मानों वरदान साबित होगी. ऐसे में पहले फेज के काम को लेकर लगातार ये प्रयास की किया जा रहा है साहिबाबाद से दुहाई स्टेशन के पहले फेज को अगले साल तक शुरू कर दिया जाए.
रैपिड रेल में यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ध्यान रखा जा रहा है. रेल की बनावट मेट्रो और बुलेट ट्रेन की तरह रखी गई है. आरामदायक यात्रा के लिए यात्रियों की जरूरतों का ध्यान रखने के लिए स्टेशनों से लेकर ट्रेनों तक प्रावधान किए गए हैं. जनता द्वारा बड़े पैमाने पर नए जमाने के ट्रांजिट सिस्टम को अपनाने को सुनिश्चित करने के लिए यात्रियों के लिए आराम, सुरक्षा, विश्वसनीयता पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.
रैपिड रेल का टिकट सिस्टम अपने आप में नायाब होगा. अगर किसी भी यात्री को रैपिड रेल के प्रीमियम कोच में सफर करना है, तो टिकट को ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन गेट (एएफसी) पर दो बार पंच करना होगा. इन एएफसी गेट की सुविधा वैसे ही होगी जिस तरह से आपने मेट्रो में देखी होगी.
'प्रीमियम क्लास' में यात्रा करने के लिए यात्रियों को कुछ बहुत ही सरल नियमों का पालन करना होगा-
1- सबसे पहले स्टेशन से टिकट खरीदें (टिकट वेंडिंग मशीन या टिकट ऑफिस मशीन से या फिर मोबाइल-एपीपी के माध्यम से). इसके अलावा यात्री एनसीएमसी कार्ड का भी उपयोग कर सकता है.
2- कॉनकोर्स में प्रवेश एएफसी-गेट पर कार्ड (क्यूआर/एनसीएमसी कार्ड) को टच करें और भुगतान क्षेत्र में प्रवेश करें.
3- प्लेटफॉर्म पर, प्लेटफॉर्म-एएफसी गेट पर दूसरी बार एएफसी पर टच करें और 'प्रीमियम क्लास' लाउंज में प्रवेश करें.
4- यात्री अब 'प्रीमियम क्लास' कोच में सवार हो सकते हैं.
5- यात्रा पूरी होने पर यात्री प्लेटफॉर्म पर प्रीमियम लाउंज में उतरेगा और कॉनकोर्स की ओर बढ़ने के लिए प्लेटफॉर्म-एएफसी गेट पर एएफसी पर टच करेगा.
6- स्टेशन पेड एरिया से बाहर निकलने के लिए यात्री दूसरी बार एएफसी पर टच करेगा.
एएफसी कार्ड में ई-वॉलेट का उपयोग करने वाले यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के बाद यात्रा की श्रेणी तय करने की छूट होगी. यदि कोई यात्री क्यूआर कोड का उपयोग करके यात्रा करना चाहता है, तो उसे यात्रा की श्रेणी तय करनी होगी और उसके अनुसार आवश्यक टिकट खरीदना होगा.