रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत स्थिति का जिक्र किया. उन्होंने कहा है कि देश अब आतंकवाद का शिकार नहीं रहेगा और आतंकी कृत्यों के जवाब में ताकत और रणनीति के साथ जवाब देगा. राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में उत्तरी कमान में सैनिकों के साथ बातचीत करते हुए कहा, "ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को एक शक्तिशाली संदेश दिया है कि नया भारत दृढ़ है, दृढ़ है और अब आतंकवाद का शिकार नहीं होगा, बल्कि ताकत और रणनीति के साथ जवाब देगा."
उन्होंने पाकिस्तान और PoK में आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने में सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों की सटीकता, समन्वय और साहस की भी सराहना की और कहा कि आतंकवाद के प्रति भारत की नीति में बदलाव इस बेजोड़ वीरता और समर्पण का परिणाम है.
'भारत आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा...'
राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि बॉर्डर पार के आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों के लिए एक चेतावनी बताया कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और अगर इसकी एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाया गया तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, यह सिर्फ एक विराम है. मैं अपने पड़ोसी देश को यह बताना चाहता हूं."
उन्होंने एक सैनिक की जिंदगी को साहस और बलिदान से भरा हुआ बताया और कहा कि राष्ट्र हमेशा सशस्त्र बलों द्वारा मातृभूमि के लिए दी गई सेवाओं का ऋणी रहेगा. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर आयोजित बाराखाना में उन्होंने जवानों से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया और एक सैनिक के जीवन में शक्ति और स्वास्थ्य के महत्व पर जोर दिया.
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राजनाथ सिंह ने कहा, "अगर आप मजबूत होंगे, तो हमारी सीमाएं मजबूत होंगी. जब सीमाएं मजबूत होंगी, तो भारत मजबूत होगा."
इस कार्यक्रम के तहत खुखरी नृत्य, भांगड़ा, कलारी पट्टू और झांझ पटक जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. इस मौके पर थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और भारतीय सेना के अन्य सीनियर अधिकारी भी मौजूद थे.