भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सतर्कता देखने को मिली है. इराक से बिटुमेन लेकर आए एक विदेशी मालवाहक जहाज ‘MT R. Ocean’ पर सवार एक पाकिस्तानी नागरिक को भारत में प्रवेश नहीं करने दिया गया. यह घटना 12 मई की है, जब जहाज कर्नाटक के करवार पोर्ट पर पहुंचा था.
जहाज में कुल 18 सदस्य सवार थे, जिनमें 15 भारतीय, 2 सीरियाई नागरिक और 1 पाकिस्तानी नागरिक शामिल था. जैसे ही पोर्ट अधिकारियों को पाकिस्तानी नागरिक की मौजूदगी की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे जहाज से उतरने से रोक दिया.
सख्त दिशा-निर्देश और प्रोटोकॉल
पोर्ट अधिकारियों ने कप्तान के माध्यम से उस पाकिस्तानी नागरिक का मोबाइल फोन और सभी दस्तावेज जब्त कर लिए. इसके साथ ही तटीय पुलिस (Coastal Police) को सूचित किया गया, जिन्होंने बंदरगाह विभाग के साथ संपर्क स्थापित कर सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान पर भारत ने दागी थीं 15 ब्रह्मोस मिसाइल, 13 में से 11 एयरबेस को बनाया निशाना
बंदरगाह के प्रशासनिक सहायक (प्रभारी) नितेश ने बताया कि जैसे ही जहाज पर पाकिस्तानी नागरिक की जानकारी मिली, जानकारी तुरंत खुफिया एजेंसियों और करवार पुलिस को साझा की गई. पुलिस के निर्देशानुसार, उस पाकिस्तानी नागरिक को जमीन पर उतरने से रोका गया और उसका मोबाइल फोन जब्त कर उसे एक सुरक्षित लॉकर में रख दिया गया, ताकि वह बंदरगाह की कोई तस्वीर न ले सके.
जांच के बाद भेजा वापस
नितेश ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के सख्त निर्देश हैं कि पाकिस्तान के झंडे वाले जहाजों को भारत के किसी भी बंदरगाह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. भारत के जहाज भी पाकिस्तान या चीन के बंदरगाहों पर नहीं जाते. चीन के संदर्भ में भी ऐसे ही प्रतिबंध लागू हैं क्योंकि उसकी पाकिस्तान को समर्थन देने वाली भूमिका को देखते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है.
यह भी पढ़ें: भारत-पाकिस्तान ने बॉर्डर पर शांति बनाए रखने पर जताई सहमति, अलर्ट का स्तर कम करने का फैसला
दो दिन तक माल उतारने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद, जहाज 13 मई को सुबह 9:20 बजे शारजाह (UAE) के लिए रवाना हो गया. इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरततीं.
आपको बता दें कि भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव के बीच पाकिस्तानी नागरिकों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है और वीजा भी रद्द कर दिया है. पहलगाम हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.