जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में टूरिस्ट पर आतंकियों ने धर्म पूछ-पूछकर गोलीबार कर दी. इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई. इन्हीं में कानपुर के शुभम द्विवेदी भी शामिल थे. उनकी शादी दो महीने पहले हुई थी और वह अपनी पत्नी व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ घूमने गए थे. जिस वक्त आतंकियों ने उन्हें गोली मारी, उस वक्त उनके साथ सिर्फ उनकी पत्नी ही मौजूद थीं. बाकि परिवार के अन्य लोग नीचे थें. इस पूरे घटनाक्रम पर शुभम के चचेरे भाई और भाभी ने बातचीत की.
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के चचेरे भाई और चाची कैमरे पर बात करते हुए भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि आतंकियों ने शुभम से कहा कि मुसलमान हो तो कलमा पढ़ कर बताओ. वहीं जब जवाब सही नहीं मिला तो आतंकियों ने भैया के सिर पर गोली मार दी. वहीं, जब भाभी ने कहा कि मुझे भी मार तो कायर आतंकियों ने भाभी के सिर पर बंदूक रखकर कहा कि तुम्हें नहीं मारेंगे. अपनी सरकार को बता देना कि हमने क्या किया है.
चचेरे भाई ने कहा कि भाई और भाभी मैगी खा रहे थे कि तभी अचानक वर्दी में दो लोग उनके पास आए और पूछा क्या तुम मुसलमान हो? अगर हो तो कलमा पढ़ कर सुनाओ, हालांकि जब जवाब सही नहीं मिला तो उनकी हत्या कर दी गई. उन्हें गोली लगते ही बगल में बैठीं भाभी उनके खून के छींटे से लाल हो गईं. सरकार को इस घटना का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. ताकी आतंकी इस तरह की कायराना हरकत न करें और किसी भी हिंदुस्तानी पर गोली चलाने से सोचें.
चचेरे भाई ने कहा कि भाभी फिलहाल ट्रामा में हैं. सरकार को जल्द से जल्द भैया की डेडबॉडी भेजनी चाहिए. आपको बता दें कि शुभम के पिता संजय द्विवेदी कानपुर में ही सीमेंट के कारोबारी हैं. शुभम को जम्मू-कश्मीर से बुधवार को लौटना था. शुभम की मौत की सूचना जैसे लगी, वैसे ही घर में कोहराम मच गया. घर वालों कहना है कि आतंकवादियों ने जिस तरह की कायराना हरकत की है और मेरे शुभम को मारा है, वैसे ही सरकार को इनसे बदला लेना है.