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वीजा रद्द, पानी रोका और अब ऑपरेशन सिंदूर... जानिए, पहलगाम अटैक के बाद 15 दिनों में कैसे तोड़ी गई PAK की कमर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में पर्यटकों पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग घायल हुए. हमलावरों ने पर्यटकों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी और हिंदुओं को निशाना बनाया. भारत ने तुरंत इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें पाकिस्तानी आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) और लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका की बात सामने आई.

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भारत ने पहलगाम अटैक के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकवाद के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है
भारत ने पहलगाम अटैक के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकवाद के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी 22 अप्रैल 2025 को गोलियों की तड़तड़हाट से गूंज उठी. इस कायराना आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 16 लोग घायल हो गए थे. इस हमले को मंगलवार को 15 दिन हो गए और मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात तीनों सेनाओं ने मिलकर 'ऑपरेशन सिंदूर' को अंजाम दिया. ये ऑपरेशन पाकिस्तान और उसके आतंकी मंसूबों को करारा जवाब है. इस ऑपरेशन की तैयारी भी बेहद रणनीतिक ढंग से की गई और इसे अंजाम तक पहुंचाने में अब तक कई चरणों में योजना बनी है. इस बड़ी कार्रवाई से पहले 15 दिनों में क्या-क्या हुआ, इस पर डालते हैं एक नजर...

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22 अप्रैल 2025: पहलगाम में आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में पर्यटकों पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग घायल हुए. हमलावरों ने पर्यटकों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी और हिंदुओं को निशाना बनाया. भारत ने तुरंत इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें पाकिस्तानी आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) और लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका की बात सामने आई.

23 अप्रैल 2025: भारत की त्वरित प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच शुरू की: गृह मंत्रालय के आदेश पर NIA ने पहलगाम हमले की जांच अपने हाथ में ली. एनआईए की टीमें बैसरन घाटी में तैनात हुईं और हमले की साजिश का पता लगाने के लिए पूछताछ शुरू की.

सिंधु जल संधि निलंबित: कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 1960 की सिंधु जल संधि को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित करने का ऐतिहासिक फैसला लिया गया. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि यह निलंबन तब तक जारी रहेगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता. यह पहली बार था जब भारत ने इस संधि को निलंबित किया, जिसे पाकिस्तान ने "युद्ध की कार्रवाई" करार दिया.

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अटारी-वाघा बॉर्डर बंद: भारत ने पंजाब में अटारी-वाघा बॉर्डर चेकपोस्ट को बंद कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई.

पाकिस्तानी नागरिकों पर कार्रवाई: भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा (SAARC, मेडिकल, आदि) तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए. पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया, जिसे बाद में अगले आदेश तक बढ़ा दिया गया.

कूटनीतिक कदम: भारत ने इस्लामाबाद में भारतीय मिशन और नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या को 55 से घटाकर 30 कर दिया. पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, नौसेना, और वायुसेना सलाहकारों को "Persona Non Grata" घोषित किया गया और उन्हें एक सप्ताह में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया.

24-27 अप्रैल 2025: बढ़ता तनाव और कूटनीतिक गतिविधियां
पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन: पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर बारामूला, कुपवाड़ा, पुंछ, और अखनूर जैसे क्षेत्रों में लगातार गोलीबारी शुरू की, जिसे भारत ने सीजफायर उल्लंघन माना. भारतीय सेना ने इसका कड़ा जवाब दिया.

भारत की कूटनीतिक पहल: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्रिटेन, कुवैत, और डेनमार्क के समकक्ष मंत्रियों से बातचीत की और पहलगाम हमले में पाकिस्तान की भूमिका पर भारत का "जीरो टॉलरेंस" रुख स्पष्ट किया. कई देशों ने भारत के प्रति समर्थन जताया.

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पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र से तटस्थ जांच की मांग की और भारत से संयम बरतने का आग्रह किया. पाकिस्तान ने अपने सहयोगी देशों, जैसे तुर्की और सऊदी अरब, के साथ कूटनीतिक संपर्क बढ़ाए.

पर्यटन स्थलों पर प्रतिबंध: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कारणों से 48 पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया. बैसरन घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया.

28-30 अप्रैल 2025: भारत का सख्त रुख
पीएम मोदी का सेना को निर्देश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा समीक्षा बैठक में सशस्त्र बलों को "पूरा ऑपरेशनल फ्रीडम" दिया, जिसमें हमले का जवाब देने के लिए समय, लक्ष्य, और तरीके का फैसला सेना पर छोड़ा गया.

पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर प्रतिबंध: भारत ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों और कई सोशल मीडिया अकाउंट्स, जिनमें पाकिस्तानी क्रिकेटरों और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आधिकारिक अकाउंट शामिल थे, पर प्रतिबंध लगा दिया. इन पर भारत विरोधी सामग्री फैलाने का आरोप था.

FATF में कार्रवाई: भारत ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) में पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में डालने की प्रक्रिया शुरू की. तकनीकी खुफिया सूत्रों के जरिए भारत ने सबूत पेश किए, जो पहलगाम हमले में TRF और लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका को दर्शाते थे. 20 से अधिक FATF सदस्य देशों, जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, और फ्रांस, ने भारत का समर्थन किया.

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पाकिस्तान की चेतावनी: पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने दावा किया कि उनके पास "विश्वसनीय खुफिया जानकारी" है कि भारत अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई कर सकता है.

1 मई 2025: भारत का हवाई क्षेत्र बंद
भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया. इसके साथ ही पाकिस्तान से आने वाली सभी डाक और पार्सल सेवाओं (हवाई और जमीनी) को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया.

2-6 मई 2025: वैश्विक मध्यस्थता और तनाव
अमेरिका की मध्यस्थता: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के नेताओं से बात की और दोनों पक्षों से तनाव कम करने की अपील की.

7 मई 2025: ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पीओके में मुरिदके, कोटली, मुजफ्फराबाद, और बहावलपुर जैसे स्थानों पर नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक सैन्य हमले किए. इन हमलों को भारतीय रक्षा बलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर अंजाम दिया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और TRF के आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया.

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