देश की सीमाओं पर दुश्मनों से भारत की रक्षा करने वाले सैनिक मनोज धाकड़ की पैतृक जमीन पर पड़ोसियों द्वारा कब्जा करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सैनिक की जमीन को कब्जा मुक्त कर दिया है, जिस पर परिजनों ने खुशी जताई है.
ये मामला गुना जिले के विनायकखेड़ी ग्राम पंचायत के मुहालपुर गांव का है, जहां सैनिक मनोज धाकड़ की पैतृक जमीन (सर्वे नंबर 1033/4) पर पड़ोसियों ने कब्जा कर लिया था.
वहीं, अपनी जमीन पर कब्जे की सूचना मिलने के बाद मनोज ने ई-मेल के जरिए गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए.
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम शिवानी पाठक और तहसीलदार की अगुवाई में प्रशासनिक अमले ने मुहालपुर गांव में मोबाइल कोर्ट लगाई. इस दौरान अतिक्रमणकारियों को जमीन से बेदखल कर दिया. प्रशासन ने पड़ोसियों को सख्त चेतावनी दी कि यदि भविष्य में दोबारा कब्जे की कोशिश की गई तो उनके खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने बताया, 'मोबाइल कोर्ट के माध्यम से सैनिक मनोज धाकड़ की जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है. भूमि विवादों के निपटारे के लिए मोबाइल कोर्ट प्रभावी तरीके से काम कर रहे हैं.'
उन्होंने यह भी कहा कि मनोज धाकड़ ने प्रशासन की इस कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया है.
परिजनों ने जताई खुशी
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से मनोज धाकड़ के परिजनों ने राहत की सांस ली है. परिवार ने कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों की इस पहल की सराहना की है. मनोज धाकड़ ने भी ई-मेल के जरिए प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने से उन्हें और उनके परिवार को बहुत सुकून मिला है.
आपको बता दें कि मनोज धाकड़ वर्तमान में भारतीय सेना में कार्यरत हैं और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जम्मू-कश्मीर में सीमा पर तैनात हैं. भारतीय सेना द्वारा ये ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने मिलाइल ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारतीय सेना प्रतिष्ठानों और कई शहरों पर ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, जिसमें सेना ने नाकाम कर दिया और इस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाया, जिसमें पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ था.