जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर जोरदार हमला किया है. अब भारत सरकार ने पाक को वैश्विक मंच पर बेनकाब करने के लिए बड़ा कूटनीतिक अभियान शुरू किया है.
इसके तहत केंद्र की मोदी सरकार अगले सप्ताह विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों के प्रतिनिधिमंडलों को दुनिया के कई देशों में भेजेगी. जहां वो भारत का पाक के प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ स्थिति को मजबूती से पेश करेंगे.
कौन-कौन होंगे प्रतिनिधिमंडल में शामिल?
इस प्रतिनिधिमंडल में सरकार के साथ-साथ विपक्ष के नेताओं का शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. कई दलों का गठन किया जाएगा. हर दल में चार से पांच नेता शामिल होंगे. हर एक दल चार से पांच देशों का दौरा करेंगे.
इन प्रतिनिधिमंडलों का दौरा 10 दिनों का होगा. ये प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों का दौरा करेंगे. जैसे दक्षिण एशिया, यूरोप, खाड़ी देश.
यात्रा शुरू होने के पहले भारतीय विदेश मंत्रालय इस बारे में विस्तृत जानकारी साझा करेगा.
प्रमुख चेहरे और संभावित नेतृत्व
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस आतंकवाद के खिलाफ जंग में केंद्र सरकार के साथ खड़ी नजर आ रही है. ऑपरेशन सिंदूर का भी कांग्रेस ने समर्थन किया है. कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर राजनीति नहीं करती, इसलिए पार्टी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनना के लिए तैयार है.