ओडिशा के भद्रक जिले में सोमवार रात एक धार्मिक जुलूस निकाले जाने के दौरान गाड़ी पर रखे गए डीजे सेट के 11000 किलो वोल्ट हाई टेंशन लाइन के संपर्क में आ जाने से बड़ा हादसा हो गया. जिले के तिहिडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत हतुआरी गांव में पटुआ यात्रा उत्सव उस समय मातम में तब्दील हो गया, जब जुलूस में बज रहा डीजी सेट बिजली के तार के संपर्क में आ गया और दो लोगों की करंट लगने से मौत हो गई. कम से कम 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
भद्रक के डीएम दिलीप राउतराय ने कहा, 'एक धार्मिक जुलूस चल रहा था. इसमें डीजे का इस्तेमाल किया गया था. कोई व्यक्ति डीजे पर चढ़ गया और 11 केवी लाइव वायर के संपर्क में आ गया, और मौके पर ही उसे करंट लग गया. एक अन्य व्यक्ति भी करंट की चपेट में आ गया और उसकी जान चली गई. इस घटना में कुल 14 लोग प्रभावित हुए हैं. मैंने एसपी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.'सभी घायलों को प्राथमिक इलाज के लिए तिहिडी अस्पताल ले जाया गया. बाद में उनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल लोगों को बेहतर इलाज के लिए जिला मुख्यालय अस्पताल भद्रक भेज दिया गया.
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#WATCH | Odisha | Bhadrak DM Dillip Routray says, "A religious procession was going on. DJ was used in it. Someone climbed the DJ and came in contact with 11 KV live wire, and on the spot he was electrocuted. 8 people were injured in the incident. A total of 10 people were… pic.twitter.com/h0qpBEcGpL
— ANI (@ANI) April 14, 2025
मृतकों की पहचान अरसा के सरत महालिक और हतुआरी के मुना महालिक के रूप में हुई है. वे उस जुलूस का हिस्सा थे, जिसके लिए बिजली विभाग से पूर्व अनुमति ली गई थी. सुरक्षा उपायों के आश्वासन के बावजूद, मंदिर के पास बिजली की लाइन चालू रही, जिससे भयावह दुर्घटना हुई. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जुलूस में सभी खुशी से नाच और गा रहे थे, तभी अफरा-तफरी का माहौल बन गया. गाड़ी पर रखे डीजे सेट ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों में उलझ गया, जिससे जुलूस में शामिल बहुत से लोगों के शरीर में करंट दौड़ गया.
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स्थानीय निवासियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए सवाल उठाया कि एक प्रमुख त्यौहार के दौरान ऐसे महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय की अनदेखी कैसे की जा सकती है. एक स्थानीय व्यक्ति ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'हमें अधिकारियों पर भरोसा था कि वे हमें सुरक्षित रखेंगे. इस त्रासदी को रोका जा सकता था. हमने बिजली विभाग को सूचित किया था और जुलूस निकालने की अनुमति ली थी. फिर भी मंदिर के पास से गुजर रही हाई टेंशन लाइन में इलेक्ट्रिक सप्लाई चालू रही और यह हादसा हो गया.' सरकारी अधिकारियों ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी.