बंगाल BJP ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राज्य के लिए नई चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया है. 15 सदस्यीय समिति लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा की चुनावी तैयारियों के मद्देनजर बनाई गई है. समिति के सदस्यों में गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, सुकांत मजूमदार, दिलीप घोष, सुभेंदु अधिकारी, राहुल सिन्हा, अमिताभ चक्रवर्ती, सतीश ढांड, मंगल पांडे, आशा लॉकरा शामिल हैं.
इसके अलावा 5 महासचिव में लॉकेट चटर्जी, अग्नि मित्र पाल, जगन्नाथ चटर्जी, जतीर्मय सिंह महत और दीपक बर्मन शामिल हैं. यह समिति इस समय कोलकाता के एक होटल में बैठक कर रही है.
उधर, अमित शाह के कोलकाता आगमन पर तृणमूल कांग्रेस ने सुकांत मजूमदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है. तृणमूल कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, बंगाल में बीजेपी नेताओं का नियमित आगमन शुरू हो गया है. अमित शाह की यात्रा सुकांत मजूमदार द्वारा स्वामी विवेकानंद का सार्वजनिक अपमान करने के बाद उसके डैमेज कंट्रोल की एक निरर्थक कवायद के अलावा और कुछ नहीं है.
अमित शाह से माफ़ी मांगने की मांग
TMC ने X पर लिखा, गृह मंत्री अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा फैलाई गई गंदगी को साफ करने के लिए यहां हैं, बेहतर होगा कि वह आगे आएं और माफी मांगें. इसके अतिरिक्त, उन्हें स्पष्ट करना होगा कि क्या उनकी पार्टी बंगाल के सांस्कृतिक प्रतीकों के प्रति ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों का समर्थन करती है. जनता जवाब मांगती है, राजनीतिक नाटकबाजी नहीं.
TMC ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने इस बात की वकालत की कि गीता की शिक्षाओं को समझने और लागू करने के लिए शारीरिक शक्ति एक शर्त है. मजूमदार द्वारा स्वामीजी को "अनपढ़ वामपंथी" के रूप में खारिज करना न केवल अज्ञानता को दर्शाता है, बल्कि विकृत करने और अपमानित करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है.