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फल बिक्री की जगह तुलसी मंच लगाने पर बवाल, बंगाल में दो गुटों के बीच आगजनी-पत्थरबाजी

महेशतला के रवींद्रनगर में दो गुटों के बीच मामूली विवाद हिंसक झड़प में बदल गया. आगजनी, पथराव और लाठीचार्ज के बीच कई पुलिसकर्मी घायल हुए. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं, जबकि प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है.

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कोलकाता में दो गुटों में हिंसा
कोलकाता में दो गुटों में हिंसा

कोलकाता के पास दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला स्थित रवींद्रनगर में बुधवार को दो गुटों के बीच विवाद हिंसक झड़प में बदल गया. मामूली दुकान विवाद से शुरू हुआ मामला देखते ही देखते आगजनी, पथराव और लाठीचार्ज तक पहुंच गया. इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई.

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कोलकाता पुलिस ने बताया कि इस झड़प में कम से कम पांच लोग घायल हुए हैं और अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कोलकाता पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को मौके पर तैनात किया गया.

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पुलिस के मुताबिक, झड़प की शुरुआत एक जगह पर तुलसी मंच लगाने को लेकर हुई, जहां एक फल विक्रेता आम बेचता था. फल विक्रेता कुछ दिनों के लिए कहीं चला गया था. बीच में तुलसी मंच लगा दिया गया. आज जब फल विक्रेता वापस आया तो वह उस जगह पर तुलसी मंच देखकर भड़क गया, जहां वह फल बेचता था.

पुलिस थाने के सामने मोटरसाइकिल में लगाई आग

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हिंसा उस वक्त तेज हुई जब कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस थाने के सामने मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया. छतों से पत्थरबाजी हुई और सड़क पर टायर जलाए गए. एक महिला कांस्टेबल समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गईं. मामले के बिगड़ने पर प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत एहतियाती कदम उठाए हैं. इलाके में धारा लागू कर दी गई है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.

दो गुटों की लड़ाई से शुरू हुआ राजनीतिक विवाद

इस घटना ने राजनीतिक विवाद भी जन्म दिया. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि रवींद्रनगर में हिंदू समुदाय के साथ लूटपाट और हिंसा हुई और पुलिस मूकदर्शक बनी रही. अधिकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हमलावरों के बजाय पीड़ितों पर कार्रवाई की और राज्य सरकार पर सांप्रदायिक तुष्टीकरण का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को कलकत्ता हाईकोर्ट में लेकर जाएंगे.

टीएमसी ने आरोपों पर क्या कहा?

टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह एक स्थानीय विवाद था, जिसे बीजेपी जबरन सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है. पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "पुलिस ने तेजी से और सही ढंग से कार्रवाई की है. बीजेपी शांति भंग करना चाहती है." कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने घायल पुलिसकर्मियों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए बीजेपी की नीयत पर सवाल उठाए. पुलिस अब भी इलाके में तैनात है हालात पर नजर बनाए हुई है.

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