YouTuber Jyoti Malhotra father Interview: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने सभी को चौंका दिया है. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में हुई इस गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि ज्योति पाकिस्तान, चीन सहित कई देशों की यात्राएं कर चुकी थी. महज 20 हजार रुपये की नौकरी से शुरुआत करने वाली ज्योति अब एक फेमस यूट्यूबर बन चुकी थी. लेकिन आखिर कैसे उसकी गिरफ्तारी हुई? विदेश जाने से पहले वह अपने परिवार को क्या बताती थी? क्या उसके पाकिस्तानी दोस्तों के बारे में परिजनों को जानकारी थी? घर में उसका व्यवहार कैसा था? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए हमने संपर्क किया ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा से. इस बातचीत में उन्होंने हर सवाल का बेझिझक और बेबाकी से जवाब दिया.
प्रश्न: जब गिरफ्तारी हुई, तो आपको आश्चर्य हुआ? आपको क्या लगा कि क्यों आपकी बेटी को गिरफ्तार कर के ले जाया गया? क्या उस समय आप घर पर ही थे?
ज्योति के पिता: नहीं जी, वे गुरुवार को सुबह 10 बजे हमारे घर आए थे. घर के अंदर आकर सामान की जांच की. जो चीजे उनके काम की थीं, जैसे लैपटॉप और फोन, वे ले गए. गुरुवार की रात 9 बजे वे ज्योति को वापस छोड़ गए और कहा कि शुक्रवार को अपनी स्कूटी से ऑफिस आ जाए.
प्रश्न: तो आपने ज्योति से पूछा कि ये सब क्या हो रहा है?
ज्योति के पिता: उसने मुझे कुछ नहीं बताया.
प्रश्न: उसने नहीं बताया? एक पिता के तौर पर आपको डर नहीं लगा कि ये सब क्या चल रहा है?
ज्योति के पिता: जी, मैं बहुत परेशान हो गया. डर के मारे तो मैं सो भी नहीं पाया. ऐसी बातें सुनकर तो मुझे बुखार तक आ जाता है.
प्रश्न: तो ज्योति ने कुछ तो जवाब दिया होगा?
ज्योति के पिता: कुछ नहीं बताया. बस इतना कहा – 'पापा, कुछ हुआ है, वैसे सब ठीक है.'
प्रश्न: तो क्या आपको लगा कि एक पिता के तौर पर वह आपको बताना जरूरी नहीं समझ रही थी? या उसे लगा होगा कि आप परेशान हो जाएंगे?
ज्योति के पिता: हां, हो सकता है ऐसा ही कुछ हो.
प्रश्न: तो ज्योति क्या यहीं रहती थी? और उसके ट्रैवल पेज या घूमने की आदतों के बारे में आपको जानकारी थी?
ज्योति के पिता: हां, वह यहीं रहती थी. कहती थी – 'मैं दिल्ली जा रही हूं, दो दिन में आ जाऊंगी, या चार दिन में आ जाऊंगी.'
प्रश्न: इस दौरान क्या आपसे बात होती थी?
ज्योति के पिता: मेरे भाई से बात होती थी, मुझसे नहीं.
प्रश्न: क्या आपको कभी पता चला कि वो पाकिस्तान घूमकर आई है? या उसके पाकिस्तानी दोस्त हैं? हम यह नहीं कह रहे कि ये गलत है, लेकिन क्या आपको इस बारे में कुछ जानकारी थी?
ज्योति के पिता: मुझे तो कुछ भी नहीं पता था.
प्रश्न: अब जो बातें सामने आ रही हैं – कि पाकिस्तानी एम्बेसी में उसके दोस्त थे, उन्हें किसी लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था, और उसके सोशल मीडिया पेज पर प्रो-पाकिस्तानी नैरेटिव दिख रहे थे – क्या ये सब जानकर आपको लगता है कि आपकी बेटी ने कुछ गलत किया है?
ज्योति के पिता: अब मैं क्या कह सकता हूं... टीवी पर जो दिखाते हैं, पता नहीं वो सही है या गलत. भगवान ही जानें.
प्रश्न: लेकिन एक पिता के तौर पर आपको क्या महसूस हो रहा है?
ज्योति के पिता: मैं क्या कहूं... कुछ नहीं कह सकता.
प्रश्न: अगर उसके दोस्त थे भी, तो क्या आपको लगता है कि वही एकमात्र कारण है किसी गलती का?
ज्योति के पिता: गलती तो उसने की है – जो दिख रहा है लोगों को. अगर मुझे पहले पता होता तो मैं उसे कहीं जाने ही नहीं देता.
प्रश्न: क्या कभी उसके व्यवहार से लगा कि वह कुछ छिपा रही है या किसी गलत संगत में है?
ज्योति के पिता: नहीं जी, मुझे ऐसा कभी नहीं लगा.
प्रश्न: कब से वो आप लोगों से दूर दिल्ली में रहने लगी थी? किस साल से?
ज्योति के पिता: कभी एक-दो दिन के लिए जाती थी, फिर वापस आ जाती थी. लॉकडाउन से पहले गई थी दिल्ली, प्राइवेट जॉब करती थी. फिर लॉकडाउन लग गया तो सारा सामान लेकर वापस घर आ गई. फिर छह-आठ महीने सब घर में ही थे. लॉकडाउन खुलने के बाद वह थोड़ा-बहुत बाहर जाने लगी.
प्रश्न: उसका यूट्यूब पेज भी था. क्या आपको पता था कि आपकी बेटी इतनी फेमस है? लोग वीडियो वगैरह देखते थे?
ज्योति के पिता: नहीं, मुझे किसी ने बताया भी नहीं. मेरे पास तो एक छोटा सा फोन है, जिसमें न फोटो खुलते हैं, न वीडियो.
प्रश्न: क्या कभी भी बेटी के व्यवहार में कुछ ऐसा महसूस हुआ कि वह कुछ गलत कर रही है?
ज्योति के पिता: नहीं, मुझे ऐसा कुछ भी नहीं लगा.
प्रश्न: वह आपकी देखभाल करती थी?
ज्योति के पिता: हां, करती थी.
प्रश्न: आप सरकार या पुलिस से कुछ कहना चाहेंगे? कोई अपील या अनुरोध?
ज्योति के पिता: पुलिस ने मुझसे कोई संपर्क नहीं किया. न घर पर आए, न थाने में बुलाया. मुझसे किसी ने कोई बात नहीं की.
प्रश्न: फिर भी आप कुछ कहना चाहें तो...?
ज्योति के पिता: मैं क्या कहूं... जो होगा, ठीक ही होगा.
प्रश्न: अगर उसने सच में कोई गलती की हो, तो आप चाहेंगे कि उसे सजा मिले?
ज्योति के पिता: देखिए जी, क्या होता है, क्या नहीं होता... समय बताएगा.
प्रश्न: लेकिन अगर सबूतों से यह प्रमाणित हो जाए कि उसने कोई गंभीर गलती की है, तो फिर क्या आप चाहेंगे कि उसे सजा मिले – भले ही वह आपकी बेटी है?
ज्योति के पिता: सजा तो मिलेगी ही अगर उसने गलत किया है. मेरे कहने से क्या फर्क पड़ेगा?