गाजा में इजरायली हवाई हमलों में शनिवार की रात से रविवार तक कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई. गाजा के स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि कई हमलों में न सिर्फ आम नागरिकों की मौत हुई, बल्कि अस्पतालों को भी भारी नुकसान हुआ है, जहां पहले से ही स्ट्राइक की मार झेल रहे लोगों का इलाज चल रहा है.
गाजा के दक्षिणी शहर खान यूनिस में हुए हवाई हमलों में 48 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जिनमें 18 बच्चे और 13 महिलाएं शामिल हैं. नासिर अस्पताल के मुताबिक, कई हमलों ने विस्थापित लोगों के लिए बनाए गए रिफ्यूजी कैम्प्स को भी निशाना बनाया गया.
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जबालिया रिफ्यूजी कैम्प पर भी हमला
नॉर्थ गाजा के जबालिया रिफ्यूजी कैम्प में हुए हमलों में एक ही परिवार के 9 सदस्यों की मौत हुई, जबकि एक अन्य हमले में 10 लोग मारे गए जिनमें 7 बच्चे और एक महिला शामिल हैं. एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, यह जानकारी गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय और स्थानीय सिविल डिफेंस ने दी है.
इजरायली हमलों की वजब से बंद हो रहे अस्पताल
इजरायली सेना ने फिलहाल इस हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उसकी दलील है कि हमास के "आतंकी समूह" के कारण नागरिकों को नुकसान होता है क्योंकि ये समूह नागरिक इलाकों में सक्रिय हैं. इन हमलों के बीच, गाजा के उत्तर में स्थित इंडोनेशियन अस्पताल को सुरक्षा कारणों से बंद करना पड़ा है. यह अस्पताल पिछले मुख्य अस्पताल 'कमाल अदवन' और 'बैत हनून' जैसे अस्पतालों के बंद होने के बाद क्षेत्र की सबसे प्रमुख मेडिकल सुविधा थी.
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गाजा को खाली कराने का इजरायल का प्लान
इजरायल की नई सैन्य योजना के तहत गाजा की जमीन पर नियंत्रण और राहत सामग्री के वितरण को रोका जा रहा है. इस वजह से भारी संख्या में लोगों के विस्थापन की आशंका है. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन और संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञ इजरायल पर आरोप लगा रहे हैं कि वह जानबूझकर गाजा के मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को नष्ट कर रहा है, जिससे स्थानी स्तर पर आम लोगों के लिए हालात खराब हो रहे हैं.