
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई. आतंकियों ने इस बार छुट्टियां मनाने के लिए कश्मीर घूमने आए पर्यटकों को निशाना बनाया है. इसके बाद से पूरे देश में आक्रोश है और पाकिस्तान प्रयोजित आतंकवाद के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग हो रही है. भारत सरकार ने भी इस दिशा में कड़े कदम उठाते हुए 6 दशक पुराने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है, साथ ही पाकिस्तान के राजनायिकों को वापस जाने के आदेश दे दिए हैं.
भारत हर क्षेत्र में PAK पर भारी
पाकिस्तान किसी भी क्षेत्र में भारत से मुकाबला करने की हैसियत नहीं रखता. लेकिन आतंक का सहारा लेकर भारत में निहत्थे लोगों को निशाना बनाता रहा है. आजादी के बाद से पाकिस्तान ने 1965, 1971 और 1999 में तीन जंग लड़ी हैं और तीनों बार भारतीय सेना ने पड़ोसी देश को धूल चटा दी. इसके अलावा पाकिस्तान में अड्डा बनाए बैठे आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करके भी भारतीय जांबाजों ने अपना शौर्य दिखाया है.
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पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच चुका है. ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि आखिर किस देश के पास कितनी सैन्य ताकत है. सबसे पहले परमाणु हथियारों की बात करें तो स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) का हालिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास अब 172 परमाणु हथियार हैं, वहीं पाकिस्तान के पास इनकी संख्या 170 है. हालांकि भारत के सभी हथियार स्टोर्ड हैं. उन्हें कहीं तैनात नहीं किया गया है.
भारतीय मिसाइलों की ताकत कितनी?
पाकिस्तान के पास कम दूरी की मिसाइलें, नस्त्र, हत्फ, गजनवी और अब्दाली हैं. इनकी मारक क्षमता 60 से 320 किमी है, जबकि मिडिल रेंज की मिसाइलें, गौरी और शाहीन की मारक क्षमता 900 से 2700 किमी है. अगर इन दोनों मिसाइलें से हमला होता है तो दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, भोपाल, नागपुर, लखनऊ इसकी रेंज में आते हैं.
दूसरी ओर से भारत के पास कम दूरी की मिसाइल पृथ्वी है. इसकी मारक क्षमता 350 किमी है. अग्नि-I की रेंज 700 किमी, अग्नि-II 2000 किमी और अग्नि-III की रेंज 3000 किलोमीटर तक टारगेट कर सकती है. अग्नि-V की रेंज 5000-7500 किमी है. इन मिसाइलों की मदद से पाकिस्तान के किसी भी शहर को भारत निशाना बना सकता है.
इंडियन आर्मी कई गुना मजबूत
आर्मी की बात करें तो भारत के मुकाबले पाकिस्तान काफी पीछे है. भारत के पास 14 लाख 55 हजार 550 एक्टिव सैनिक हैं. वहीं पाकिस्तान के पास 6 लाख 54 हजार एक्टिव सैनिक हैं. भारत के रिजर्व सैनिकों की संख्या 11 लाख 55 हजार है. पाकिस्तान के पास 5 लाख 50 हजार रिजर्व सैनिक हैं. पैरामिलिट्री फोर्स को देखें तो भारत के पास जहां 25 लाख 27 हजार सैनिकों की क्षमता है वहीं पाकिस्तान के पास 5 लाख की पैरामिलिट्री फोर्स है. दुनियाभर की सेनाओं की ताकत को आंकने वाली संस्था ग्लोबल फायरपावर ने 2025 की रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तानी सेना के पास ढाई हजार से ज्यादा टैंक जबकि भारत के पास इनकी संख्या 4 हजार से भी ज्यादा है.
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वायु सेना की बात करें तो पाकिस्तान के पास JF-17 थंडर, F-16 और मिराज जैसे फाइटर जेट्स हैं. इसकी नौसेना के पास अगोस्ता 90B पनडुब्बियां, तारिक-क्लास विध्वंसक और जुल्फिकार-क्लास फ्रिगेट्स जैसे अत्याधुनिक समुद्री युद्धपोत शामिल हैं. इंडियन ऑर्मी अर्जुन टैंक, भीम टैंक, होवित्जर तोपें और पिनाका रॉकेट सिस्टम से लैस है और ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक मिसाइल वायुसेना की क्षमता को बढ़ती है.
वायुसेना पर 2,229 विमान हैं, जिनमें 600 फाइटर जेट, 899 हेलीकॉप्टर और 831 सपोर्ट एयरक्राफ्ट शामिल हैं. देश के प्रमुख लड़ाकू विमानों में राफेल, Su-30MKI, नेट्रा सर्विलांस प्लेन और मिसाइल सिस्टम में रुद्रम, अस्त्र, निर्भय, ब्रह्मोस और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम हैं.
भारत की सैन्य क्षमता लगातार बढ़ी है और ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स की लिस्ट में देश चौथे पायदान पर काबिज है. भारत के पास एडवांस सैन्य उपकरणों, आधुनिक हथियारों और रणनीतिक स्थिति वजह से सैन्य ताकत में बढ़ोतरी हुई. दूसरी ओर पाकिस्तान 2024 में इंडेक्स में 9वें पायदान पर था जो 2025 में 12वें पर खिसक गया है. ये गिरावट उसकी कमजोर सैन्य स्थिति और रक्षा आधुनिकीकरण में आ रही चुनौतियों को दिखाती है.