scorecardresearch
 

दिल्ली-NCR में हल्की ठंड के बाद फिर बढ़ेगा तापमान, पर हिमाचल में शीतलहर और बर्फबारी जारी

दिल्ली-NCR में दो दिन बाद तापमान में फिर से वृद्धि होने लगी है. हालांकि, हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी जारी है, जिससे शीतलहर की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में गुरुवार को आसमान साफ रहेगा और तापमान 31 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.

Advertisement
X
दिल्ली में फिर बढ़ने लगा तापमान. (Photo: ITG)
दिल्ली में फिर बढ़ने लगा तापमान. (Photo: ITG)

बारिश और पहाड़ों पर लगातार हो रही है बर्फबारी से लोगों को सुबह-सुबह हल्की सर्दी का एहसास होने लगा है, लेकिन मैदानी इलाकों में दो दिन से तापमान फिर से बढ़ने लगा है. मौसम विभाग का अनुमान है कि एक हफ्ते के अंदर दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच सकता है. इस दौरान मौसम साफ रहेगा, आसमान में बादल छंट जाएंगे और धूप निकलेगी. वहीं, बुधवार को दिनभर सूरज और बादलों के बीच आंख-मिचौली का खेल चलता रहा, लेकिन बारिश नहीं हुई. पर मौसम ठंडा बना रहा.

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुरुवार को आसमान पूरी तरह साफ रहेगा और धूप का असर बढ़ेगा. अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. ये मौसमी स्थिति 14-15 अक्टूबर तक पूरे दिल्ली-NCR में बनी रहेगी.

इस दौरान तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होगी और अधिकतम तापमान 35 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.

हिमाचल में बर्फबारी जारी

उधर, हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद शीतलहर की स्थिति बनी हुई है. कुल्लू, मंडी और लाहौल-स्पीति जिले के ऊंचे इलाकों में हुई बर्फबारी ने मौसम को और ठंडा कर दिया है.

गोंधला में 30 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज

स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को मनाली-लेह मार्ग बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हो गया और लेह की ओर जाने वाले वाहनों को दारचा में रोक दिया गया है.

Advertisement

लाहौल-स्पीति जिले में गोंधला में 30 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि केलांग में 15 सेंटीमीटर, हंसा में 5 सेंटीमीटर और कुकुमसेरी में 3.2 सेंटीमीटर बर्फ गिरी. इस बर्फबारी ने न केवल यातायात को प्रभावित किया, बल्कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच उत्साह भी पैदा किया. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दारचा में ट्रक चालक जैकेट पहनकर बर्फ के साथ खेलते और ढाबा मालिकों के साथ नाचते नजर आ रहे हैं.

बारिश ने बढ़ाई ठंडक

वहीं, निचले और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार शाम से मूसलाधार बारिश ने मौसम को और सर्द कर दिया. मौसम विभाग के अनुसार, नैनादेवी में 132.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सबसे अधिक है. इसके बाद सोलन (124.2 मिमी), बर्थिन (78.6 मिमी), पच्छाद (78.2 मिमी), मलरांव (75.4 मिमी), कसौली (68 मिमी), भरमानी (67.2 मिमी), बिलासपुर (64.8 मिमी), कहु (64.1 मिमी), धर्मपुर (62.4 मिमी) और घाघस (55 मिमी) में भारी बारिश हुई. मुरारी देवी, कांगड़ा, पालमपुर, सुंदरनगर, जुब्बरहट्टी और शिमला में आंधी-तूफान देखा गया, जबकि नारकंडा, कुफरी, नेरी और ताबो में तेज हवाएं चलीं.

मौसम विभाग ने बताया कि न्यूनतम तापमान सामान्य से 5-6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से 7-14 डिग्री कम दर्ज किया गया. लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में सबसे कम तापमान माइनस 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि, दिन के वक्त अधिकतम तापमान में कुछ सुधार देखा गया और ऊना सबसे गर्म रहा, जहां 31.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.

Advertisement

हिमाचल में बारिश का पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार को निचले और मध्यम पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की भविष्यवाणी की है. इसके बाद मौसम शुष्क रहने की संभावना है.

1 से 7 अक्टूबर तक के बाद मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में सामान्य 6.1 मिमी की तुलना में 44.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 625 प्रतिशत अधिक है. इस भारी बारिश ने न केवल मौसम को ठंडा किया, बल्कि कई क्षेत्रों में जनजीवन को भी प्रभावित किया है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement