असम के कछार जिले में हरंग नदी पर बना पुल मंगलवार रात को ओवरलोडिंग के कारण अचानक टूट गया. इससे इलाके में हड़कंप मच गया और लोगों के सामने आवागमन की गंभीर समस्या खड़ी हो गई. पुल टूटने के बाद जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, खासकर स्कूली बच्चों, मरीजों और रोजमर्रा के यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्थिति को गंभीरता से लेते हुए कछार जिला प्रशासन ने तुरंत एक्शन में आते हुए पांच जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके साथ ही राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को मौके पर बुलाया गया है. सुबह 6 बजे से शाम तक सेना की टीम स्थानीय लोगों को नाव के ज़रिए नदी पार करा रही है ताकि ज़रूरी गतिविधियां बाधित न हों.
स्थिति को संभालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं. सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए दोनों एजेंसियों के नावों को भी नदी में चलाया जा रहा है, जिससे भीड़ नियंत्रण में रहे और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित हो सके.
बराक घाटी के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन ने एक वैकल्पिक मार्ग भी खोल दिया है. स्कूली बच्चों को खास सुविधा देने के लिए राहत एजेंसियां विशेष निगरानी में हैं. राज्य के मंत्री कौशिक राय भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया.
उन्होंने भरोसा दिलाया कि 5 से 7 दिन के भीतर एक वैकल्पिक पुल तैयार कर दिया जाएगा ताकि लोगों को परेशानी न हो. इसके अलावा, इस पूरे हादसे की जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट जांच कमिटी गठित की गई है, जो दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करेगी.