भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने ऑपरेशन सिंदूर पर वैश्विक आउटरीच कार्यक्रम के दौरान आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई के संबंध में संयुक्त अरब अमीरात में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया. शिवसेना सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में एक सर्वदलीय डेलिगेशन के हिस्से के रूप में बांसुरी स्वराज ने यूएई द्वारा भारत को दिए स्पष्ट समर्थन के लिए धन्यवाद दिया.
बीजेपी सांसद ने अपने संबोधन में भारतीय प्रवासियों की महत्वपूर्ण भूमिका को जोर दिया. उन्होंने कहा, 'ये आपकी योगदान की वजह से है. यूएई का आपके प्रति प्रेम, आपकी संस्कृति को समृद्ध करने और आपके मूल्यों की वजह से आज भारत गर्व के साथ खड़ा है.'
'सिंदूर श्रृंगार का प्रति नहीं, बल्कि न्याय...'
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार बांसुरी स्वराज ने कहा कि हमारा डेलिगेशन पहलगाम आतंकवादी हमले की पीड़ा और ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों तथा भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के लिए यहां (संयुक्त अरब अमीरात) आया है. भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता की वजह से सिंदूर अब केवल श्रृंगार का प्रतीक नहीं, बल्कि न्याय और शक्ति का नया पर्याय बन गया है.
उन्होंने लोकसभा सांसद अतुल गर्ग के कथन को दोहराते हुए कहा, 'आप सभी (भारतीय प्रवासी) अपने आप में भारत के राजदूत हैं. हम यहां इसलिए आए हैं ताकि आप अपनी ताकत के जरिए भारत का संदेश को आगे बढ़ाएं.'
#WATCH | Abu Dhabi, UAE: BJP MP Bansuri Swaraj says, " Sindoor is now a synonym for justice and power. I salute our Armed Forces for this. I also appreciate the leadership of PM Modi..." pic.twitter.com/4wIAXF4M4b
— ANI (@ANI) May 22, 2025
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के संदेश को आगे बढ़ाने में प्रवासी भारतीयों की ताकत को ब्रह्मास्त्र बताया है और कहा कि उन्हें अपने समुदायों, कार्यस्थलों, पूजा स्थलों और घरों में यह संदेश फैलाने का आह्वान किया कि भारत कभी आक्रामक नहीं रहा.
बीजेपी सांसद ने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा, 'ये हमला हमारे विश्वास और अस्तित्व पर था. जब हमने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया तो हमने नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया. लेकिन पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध में हमारा साथ देने के बजाय, इस मुद्दे को सैन्य रूप से बढ़ाना चुना. यदि आप हमारे दरवाजे पर युद्ध लाने जा रहे हैं तो हम इसे अच्छी तरह से खत्म कर देंगे.'
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने इस जवाब में अत्यधिक संयम और परिपक्वता दिखाई है, जबकि पाकिस्तान ने भारत के पवित्र स्थानों पर हमला किया.
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वहीं, सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फेक जानकारी का मुकाबला करने के लिए भारत द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर बोलते हुए शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा, 'नकारात्मकता-सकारात्मकता से ज़्यादा तेज़ी से फैलती है, लेकिन हम इससे निपट रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी चीज़ें बेहतर होंगी.'
'सत्य को दबाया नहीं जा सकता'
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के दौरे के दौरान, 13-14 दिनों का यह अभ्यास परिप्रेक्ष्य और कथन तथा पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार को बदल देगा. सत्य को दबाया नहीं जा सकता, चाहे उसे कितना भी दबाया जाए.
संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे कर रहे हैं. इस ऑल पार्टी डेलिगेशन में सांसद बांसुरी स्वराज, ईटी मोहम्मद बशीर, अतुल गर्ग, सस्मित पात्रा, मनन कुमार मिश्रा, भाजपा नेता सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया और पूर्व राजदूत सुजान चिनॉय शामिल हैं.
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डेलिगेशन का पहला पड़ाव है UAE
यूएई इस ऑल पार्टी डेलिगेशन के चार देशों की व्यापक कूटनीतिक यात्रा का पहला पड़ाव है. प्रतिनिधिमंडल ने सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान मुबारक अल नाहयान से मुलाकात की. अल नाहयान ने पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की हैं.
भारत ने तबाह किए आतंकी ठिकाने
आपको बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. इस ऑपरेशन के तहत भारत ने मिसाइल हमला कर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था, जिसमें 100 आतंकी मारे गए थे. इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों और कई शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की और ड्रोन दागे, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिया. इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान हमले का प्रभावी ढंग से जवाब दिया और उसके एयरबेसों पर बमबारी की, जिसमें पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ है.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को किए गए फोन कॉल के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है. हालांकि, इस सीजफायर को पाकिस्तान अपनी जीत बताकर पूरे देश में जश्न मना रहा है.