आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में स्थित वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर में कुछ श्रद्धालु चप्पल पहनकर महा द्वारम तक पहुंच गए. जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है. पूरे देश में आस्था रखने श्रद्धालुओं की भावनाओं को इससे गहरा आघात लगा है. युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी - YSRCP) ने जांच की मांग करते हुए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम्स (टीटीडी - TTD) प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है.
श्रद्धालुओं का वीडियो हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर एक 53 सेकेंड का वीडियो वायरल हो रहा. जिसमें नजर आ रहा है कि 3 श्रद्धालु व्हाइट कलर के चप्पल पहनकर वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर के महा द्वारम तक पहुंच गए. जिसके बाद एक महिला सुरक्षाकर्मी ने उन्हें चप्पल खोलने को कहा. जिसके बाद श्रद्धालुओं ने चप्पल खोले. फिर सुरक्षाकर्मी ने चप्पल को डस्टबीन में डाल दिया.
तीन सुरक्षा चेकपॉइंट और सतर्कता के बावजूद चूक
तिरुपति मंदिर परिसर में तीन चेकपॉइंट हैं और टीटीडी की टीम प्रबंधन के लिए वहां मौजूद होती है. लेकिन, चेकपॉइंट को पार करते हुए श्रद्धालु चप्पल पहनकर महा द्वारम तक पहुंच गए. यह गंभीर उल्लंघन महा द्वारम तक अनदेखा रहा. चप्पल पहनकर इतनी दूर मंदिर में प्रवेश करने से मंदिर की गरिमा को गहरा आघात लग है.
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YSRCP ने की जांच की मांग
YSRCP ने श्रद्धालुओं के मंदिर में चप्पल पहनकर प्रवेश करने से न रोक पाने के लिए TTD प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है. YSRCP ने इसे बड़ी लापरवाही बताई है. YSRCP ने मांग की है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो इसलिए कठोर नियम लागू किए जाएं.
वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर के बारे में जानें
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति में वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर स्थित है. भगवान वेंकटेश्वर को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. यह मंदिर दुनिया के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है. यहां प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. लोग भगवान के प्रति अपनी भावनाओं को दिखाने या मन्नत पूरी होने पर सिर मुंडवाकर बाल चढ़ाते हैं. इस मंदिर के प्रसाद को GI टैग प्राप्त है.