आंध्र प्रदेश के रामचंद्रपुरम से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. कोनसीमा जिले के रामचंद्रपुरम स्थित बश्यम स्कूल में पढ़ने वाली पांचवीं क्लास की छात्रा सिर्रा रंजीथा (11) बुधवार को अपने घर में संदिग्ध हालात में फांसी पर लटकी मिली. घटना से इलाके में सनसनी और आक्रोश फैल गया है.
शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का बताया जा रहा है लेकिन कई संदेहजनक बातें सामने आने के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक, जब घर में कोई नहीं था, तब बच्ची को छत के पंखे से चुन्नी के सहारे लटका पाया गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की बारीकी से जांच की और शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा.
क्या बोले स्थानीय लोग?
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश लगती है. आशंका है कि कोई व्यक्ति घर में घुसा और बच्ची को फांसी लगाने के लिए मजबूर किया गया.
पुलिस उन लोगों की जांच कर रही है जो अक्सर उस किराए के मकान में आते-जाते थे. इस मामले में मकान मालिक का बेटा जांच के दायरे में है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड बताया जा रहा है. इसके साथ ही अधिकारी यह भी पता लगा रहे हैं कि कहीं कोई व्यक्ति स्कूल आने-जाने के दौरान रंजीथा का पीछा या उत्पीड़न तो नहीं कर रहा था.
रंजीथा की मां हैं नर्स
रंजीथा की मां सुनीता क्षेत्रीय अस्पताल में स्टाफ नर्स हैं, जबकि पिता राजू मुंबई में मरीन इंजीनियर के तौर पर काम करते हैं. बड़ी बहन नवोदय स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ती है. घटना वाले दिन सुनीता काकीनाडा में रिश्तेदारों से मिलने गई थीं. रंजीथा स्कूल से ऑटो में घर लौटी और मां से फोन पर बात भी की थी. जब तक सुनीता घर पहुंचीं, तब तक बच्ची मृत पाई गई. पुलिस ने कहा कि मामले की कई एंगल से जांच की जा रही है. तकनीकी साक्ष्य और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही साफ होगा कि यह आत्महत्या है या हत्या.