केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा में तीन नए क्रिमिनल लॉ बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते थे कि हमें उन्हें समझना चाहिए. मैं उनसे कहता हूं कि अगर आप अपना मन खुला रखेंगे और अगर आपका मन अगर भारतीय है, तो आप समझ जाएंगे. लेकिन अगर आपका मन इटली का है, तो आप कभी नहीं समझ पाएंगे.
तीनों बिल की विशेषताएं गिनाते हुए अमित शाह ने कहा कि यह बिल मॉब लिंचिंग में मौत की सजा का प्रावधान करता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम मुझसे मॉब लिंचिंग के बारे में पूछते रहे, वह बीजेपी और हमारी मानसिकता को नहीं समझते हैं. लेकिन कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान मॉब लिंचिंग पर सजा क्यों नहीं दी. साथ ही कहा कि अगर किसी का मन भारतीय है, तो आप कानूनों को समझेंगे. लेकिन इतालवी है, तो आप नहीं समझेंगे.
अमित शाह ने कहा कि पहली बार PM मोदी जी के नेतृत्व में हमारे संविधान की भावना के अनुसार कानून बनने जा रहे हैं. मुझे 150 साल बाद इन तीन कानूनों को बदलने पर गर्व है. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित तीन आपराधिक कानून विधेयक देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में व्यापक बदलाव लाएंगे.
पहली बार हमारे संविधान की स्पिरिट के हिसाब से कानून अब मोदी जी के नेतृत्व में बनने जा रहे हैं।
150 साल के बाद इन तीनों कानूनों को बदलने का मुझे गर्व है।
कुछ लोग कहते थे कि हम इन्हें नहीं समझते, मैं उन्हें कहता हूं कि मन अगर भारतीय रखोगे तो समझ में आ जाएगा।
लेकिन अगर मन ही इटली… pic.twitter.com/SuR8DtVrug— BJP (@BJP4India) December 20, 2023
भारतीय न्याय संहिता विधेयक 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता विधेयक 2023 और भारतीय साक्ष्य विधेयक 2023 को पहली बार मानसून सत्र के दौरान संसद में पेश किया गया था. आज इन तीनों विधेयकों को लोकसभा से पास कर दिया गया. अमित शाह ने शीतकालीन सत्र के दौरान विधेयकों के संशोधित संस्करण पेश किए.