कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र लिखकर सैन्य अभियान 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम को ट्रेडमार्क बनाकर कॉरपोरेट इस्तेमाल की रिपोर्ट्स पर कड़ी आपत्ति जताई है. दरअसल, कई प्राइवेट कंपनी और लोगों ने इस नाम के ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया. इसको लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है.
इस क्रम में पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने लिखा है कि यह कदम राजनीतिक अपवित्रता के समान होगा और यह देश की अंतरात्मा पर सीधा हमला होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि देश की बड़ी प्राइवेट कंपनी भी इस नाम को ट्रेडमार्क कराने की दौड़ में शामिल हैं.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हमारे वीर सैनिकों द्वारा उन 26 परिवारों को दिया गया एक प्रकार का भावनात्मक न्याय है, जिन्होंने पहलगाम नरसंहार में अपने प्रियजनों को खो दिया. उन्होंने आगे लिखा कि यदि रक्षा मंत्रालय इस नाम को कॉरपोरेट घरानों को व्यापारिक हितों के लिए उपयोग करने की अनुमति देता है, तो यह उन शहीदों के परिवारों और समस्त राष्ट्र की भावनाओं का अपमान होगा.
उन्होंने सरकार से इसको तत्काल रोकने की मांग करते हुए कहा कि यह नाम भारतीय सेना की उपलब्धियों का प्रतीक है और इसे रक्षा मंत्रालय या भारतीय सेना की बौद्धिक संपत्ति के रूप में सुरक्षित रखा जाना चाहिए. उन्होंने यह भी चेताया कि सेना की उपलब्धियों के व्यावसायीकरण की अनुमति देना राष्ट्र के साथ अन्याय होगा.