असम में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे राज्यव्यापी अभियान के तहत तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे अब तक की कुल गिरफ्तार लोगों की संख्या 68 पहुंच गई है. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू की गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए बताया कि 'पुलिस ने अब्दुल हुसैन और रोसीद अहमद को गिरफ्तार किया है, जबकि बरपेटा पुलिस ने इमरान हुसैन को पकड़ा है.' उन्होंने कहा कि अब तक कुल 68 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.'
असम पुलिस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा 'भारत विरोधी' और 'पाकिस्तान समर्थक' पोस्ट करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. इसी सिलसिले में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के विपक्षी विधायक अमीनुल इस्लाम को भी गिरफ्तार किया गया था.
उन पर पाकिस्तान का बचाव करने और पहलगाम हमले को लेकर उसके साथ सहानुभूति दिखाने का आरोप है. शुरुआत में उन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, उस मामले में जमानत मिलने के बाद उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत फिर से गिरफ्तार कर लिया गया.
मुख्यमंत्री सरमा पहले ही साफ कर चुके हैं कि राज्य में देशद्रोहियों के खिलाफ यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक सभी संदिग्धों पर कानूनी शिकंजा नहीं कस लिया जाता. यह कार्रवाई राज्य सरकार की राष्ट्रविरोधी ताकतों के प्रति "जीरो टॉलरेंस" की नीति के तहत की जा रही है. सीएम सरमा ने यह भी कहा है कि किसी भी रूप में देश के खिलाफ खड़े होने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे आम नागरिक हों या जनप्रतिनिधि.