महाराष्ट्र में मनसे और यूबीटी सहित विभिन्न पार्टियों का सम्मेलन हुआ है, जिसे महाविकास अघाड़ी का एक नया रूप बताया जा रहा है. संजय निरुपम का आरोप है कि इन पार्टियों की राजनीतिक जमीन और वोट बैंक खत्म हो चुका है, और वे जनाधार बढ़ाने के लिए मराठी लोगों की भावनाओं को भड़का रहे हैं.