'तांडव' के बाद 'मिर्जापुर' वेब सीरीज के ऊपर मुकदमा दर्ज होने के बाद इसके प्रोड्यूसर-डायरेक्टर से पूछताछ करने के लिए यूपी पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंच चुकी है. यूपी पुलिस की ये टीम मिर्जापुर से रवाना हुई, जिसमें 3 पुलिसकर्मी शामिल हैं. ये टीम OTT प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम के डायरेक्टर से भी पूछताछ करेगी. मिर्जापुर पुलिस की टीम गुरुवार की दोपहर मुंबई क्राइम ब्रांच डीसीपी ऑफिस पहुंची है.
मुंबई के डीसीपी से लेंगे परमिशन
बता दें कि SHO बीएच कुमार चौरसिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम मुंबई पहुंची है. चौरसिया ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, "शिकायत के आधार पर हमने वेब सीरीज मिर्जापुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. हमने रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर और अमेजन के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. हम इस केस के सिलसिले में मुंबई के डीसीपी ऑफिस से जरूरी परमिशन लेने आए हैं. हालांकि, अभी डीसीपी मौजूद नहीं है इसलिए हम दोबारा परमिशन लेने आएंगे."
बताया जा रहा है कि यूपी पुलिस की ये टीम 'मिर्जापुर' सीरीज का हिस्सा रहे रितेश, फरहान, भौमिक के साथ-साथ अमेजन प्राइम से जुड़े लोगों से पूछताछ कर सबूत जुटाएगी. मामले में विवेचना पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
ये है पूरा मामला
मालूम हो कि मिर्जापुर जिले में वेब सीरीज 'मिर्जापुर' के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के साथ अमेजन के खिलाफ देहात कोतवाली में 17 जनवरी को मुकदमा दर्ज कराया गया था. शिकायतकर्ता का आरोप है कि 'मिर्जापुर' सीरीज से जिले की धार्मिक, सामाजिक व क्षेत्रीय भावनाओं को ठेस पहुंची है. इसके अलावा उनकी धार्मिक भावनाएं व मान्यताएं भी आहत हुई हैं.
शिकायतकर्ता के मुताबिक, सीरीज में मिर्जापुर जिले को गलत तरीके से पेश करने का काम किया गया है. इसीलिए देहात कोतवाली में 'मिर्जापुर' वेब सीरीज के फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के साथ अमेजन प्राइम को भी आरोपी बनाया गया है. शिकायत के आधार पर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
कोर्ट की ओर से नोटिस
उधर, आज ही 'मिर्जापुर' सीरीज के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है. कोर्ट की ओर से अमेजन प्राइम, केन्द्र सरकार और फिल्म डायरेक्टर को नोटिस भेजा गया है. याचिका में ओटीटी प्लेटफार्म पर आ रही फिल्मों के कंटेट को रेगुलेट करने की मांग की गई है.