फेसुबक पर एक अनजान लड़की की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाना और उस पर विश्वास करना एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को महंगा पड़ गया. एक लड़की के कहने पर वेबकैम के सामने इस सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने अपने पूरे कपड़े उतार दिए. और फिर कुछ मिनट बाद उसे धमकी मिल गई कि यदि उसने दस हजार रुपये नहीं दिए गए तो उसका नेकेड वीडियो, जो यू ट्यूब पर पोस्ट हो चुका है, नहीं हटाया जाएगा.
भंडूप पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक 26 वर्षीय शिकायतकर्ता सॉफ्टवेयर इंजीनियर और लड़की की मुलाकात फेसबुक पर हुई. इंजीनियर ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि एक अप्रैल को वह अपने घर पहुंचकर रात को सोने की तैयारी करने लगा. रात को नींद नहीं आ रही थी तो उसने कुछ समय बिताने के लिए सुबह तीन बजे फेसबुक पर अपना एकाउंट खोला. लॉग इन करते ही डिंपल शिराली नाम की लड़की का, एक मैसेज मिला.
बकौल इंजीनियर डिंपल का एकाउंट चेक करने के बाद मैंने उसे रिप्लाई किया. और इसके बाद हमारे बीच चैटिंग शुरू हो गई. डिंपल ने बताया कि वह एक मॉडल है और इस समय कर्नाटक में रहती है. थोड़ी देर बाद डिंपल ने मुझसे कहा कि ओमेगल वेबसाइट पर आओ, जहां हमने वेबकैम के जरिए चैटिंग शुरू कर दी. कुछ समय बाद उसने मुझसे कहा कि अपने सारे कपड़े उतार दो, क्योंकि वह बिना कपड़ों के उसे देखना चाहती है.
शिकायत में इंजीनियर ने बताया कि उसे यह पता नहीं था कि वह उसका बिना कपड़ों का वीडियो बना रही थी. कपड़े उतारने के बाद मैंने उससे कहा कि अब फेसबुक पर आ जाओ, लेकिन वह नहीं आई. इसके बाद 3 बजकर 17 मिनट पर उसका मैसेज आया, जिसमें एक यू ट्यूब लिंक था. उसे क्लिक करते ही मैं दंग रह गया. डिंपल ने मेरा नेकेड वीडियो पोस्ट कर दिया था. इसको हटाने की एवज में उसने मुझसे एक एकांउट में दस हजार रुपये जमा कराने के लिए कहे. मरता क्या न करता और मैंने दस हजार रुपये जमा करा दिए. इसके बाद मैंने उसे फेसबुक पर ब्लॉक कर दिया.
पुलिस ने बताया कि कुछ दिन राहत की सांस लेने के बाद 23 अप्रैल को डिंपल ने उसके भाई को मैसेज किया कि तुमने मुझे क्यों ब्लॉक किया. अब तुम मुझे 5 हजार रुपये और दो. 25 अप्रैल को फिर इंजीनियर के मोबाइल में मैसेज आया कि यदि वो पैसा नहीं देगा तो वो इसे यूट्यूब में फिर पोस्ट कर देगी.
भंडूप पुलिस ने इंजीनियर की शिकायत के आधार पर डिंपल के खिलाफ फिरौती, आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस इस मामले को सॉल्व करने के लिए साइबर क्राइम पुलिस की भी मदद ले रही है.