एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि गाजा संघर्ष विराम मसौदा प्रस्ताव पर मतदान से दूर रहने का भारत का फैसला उसकी विदेश नीति के मुताबिक नहीं है और इससे ग्लोबल स्तर पर देश के बारे में भ्रम की स्थिति पैदा होगी. भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में गाजा में 'तत्काल, बिना शर्त और स्थायी' युद्ध विराम की मांग करने वाले प्रस्ताव पर मतदान से खुद को दूर रखा है.
मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा मानवता की रक्षा के लिए रुख अपनाया है और निर्दोष लोगों की हत्या का विरोध किया है.
आगामी चुनावों पर क्या बोले पवार?
शरद पवार ने कहा, "एनसीपी (एसपी) का कैडर मजबूत है और राजनीतिक असफलताओं के बावजूद संघर्ष करने के लिए दृढ़ संकल्पित है." उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से स्थानीय निकायों के आगामी चुनावों के लिए कमर कसने की अपील की. उन्होंने कहा कि पार्टी के स्थानीय नेता तय करेंगे कि चुनाव अकेले लड़ेंगे या सहयोगियों (शिवसेना-यूबीटी और कांग्रेस) के साथ.
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शरद पवार ने कहा कि शहर और जिला स्तरीय इकाइयां संयुक्त रूप से रणनीति पर चर्चा करेंगी और चुनावों के लिए रोडमैप को अंतिम रूप देंगी.
पवार ने कहा कि स्थानीय निकायों के चुनाव कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाते हैं और नया नेतृत्व तैयार करते हैं. मुंबई नगर निगम के चुनाव राष्ट्रीय चुनाव की तरह होंगे क्योंकि यह शहर देश को रास्ता दिखाता है.