झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री और रिम्स परिषद के अध्यक्ष डॉ. इरफान अंसारी ने रिम्स के निदेशक डॉ.राजकुमार को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है. उन्होंने कहा कि रिम्स निदेशक की लगातार लापरवाही, आदेशों की अनदेखी और विभागीय कामों को जानबूझ कर लंबित रखने के मामले में एक्शन लिया गया है.
आदेश में कहा गया है कि डॉ. राज कुमार ने रिम्स के निदेशक के पद पर कार्यरत रहने के दौरान मंत्रिपरिषद, शासी परिषद तथा विभाग द्वारा लोकहित में दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किया. रिम्स अधिनियम, 2002 द्वारा निर्धारित उद्देश्यों को पूरा करने में डॉ राज कुमार की सेवा संतोषजनक नहीं पाई गई.
आदेश में कहा गया कि अत: रिम्स नियमावली 2002 के नियम-9 (vi) के तहत लोक हित में डॉ. राज कुमार को तीन महीने का वेतन एवं भत्ते देते हुए तत्काल प्रभाव से निदेशक, रिम्स के पद से हटाया जाता है.
अपने आदेश के बारे में जानकारी देते हुए कहा अंसारी ने कहा, जीबी मीटिंग के दौरान जब पूरे विभाग का रिव्यू किया गया तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई.
'निर्देशों की उड़ाई जा रही थीं धज्जियां'
उन्होंने कहा, निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं. काम की रफ्तार काफी सुस्त है और जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंद कर बैठे थे. खास तौर पर रिम्स निदेशक डॉ. राजकुमार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठे. उन्होंने मंत्री परिषद, शासी परिषद और विभाग द्वारा जारी निर्देशों की न सिर्फ अनदेखी की बल्कि जवाबदेही से भी पल्ला झाड़ा. उन्होंने ये भी कहा, 'मैं मंत्री बनने नहीं, बल्कि सिस्टम सुधारने आया हूं!'
बता दें कि डॉ. राज कुमार तत्कालीन प्राध्यापक, न्यूरो सर्जरी विभाग, संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ को राज्य सरकार के अनुमोदनोपरांत रिम्स, को 31 जनवरी 2024 द्वारा तीन साल के लिए निदेशक नियुक्त किया गया था.