नेशनल कॉन्फ्रेंस के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर पहल्गाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने पूछा कि जब हर जगह ड्रोन, सीसीटीवी कैमरे और भारी सुरक्षा बल तैनात हैं, तो फिर चार आतंकी आखिर कैसे पहलगाम तक पहुंच गए और अब तक फरार क्यों हैं?
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर गृहमंत्री ने चार दिन पहले दावा किया था कि कश्मीर से आतंकवाद पूरी तरह खत्म कर दिया गया है, तो फिर यह हमला कैसे हुआ? यहां लेफ्टिनेंट गवर्नर हैं, उनके खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई हुई? गृहमंत्री खुद कुछ दिन पहले कश्मीर आए थे और दावा किया कि आतंक का नेटवर्क खत्म हो चुका है, तो फिर ये चार आतंकी कैसे आए?
फारूक ने कहा कि हमारे पास सेना, ड्रोन, आधुनिक तकनीक सबकुछ है, फिर भी हम इन्हें पकड़ नहीं पाए. हम कहते हैं कि हम दुनिया की सबसे ताकतवर ताकत हैं, लेकिन अगर ऐसी स्थिति है तो ये चिंताजनक है.
इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले को लेकर कहा था कि सभी लोगों को आतंक के खिलाफ एकजुट होना पड़ेगा. हमले में शामिल लोग इंसानियत के दुश्मन हैं, वे नरक में सड़ेंगे. साथ ही कहा था कि सिंधु जल समझौता पर भारत सरकार को दोबारा विचार करने की जरूरत है.
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था, पर्यटक घुड़सवारी कर रहे थे, लोग अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने आए थे, इसी दौरान आतंकियों ने हमला कर दिया. दहशतगर्दों ने धर्म पूछकर लोगों को निशाना बनाया. हालांकि भारत ने इस हमले का बदला लिया. लिहाजा पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल से हमला किया. भारत की इस जवाबी कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे.