जम्मू-कश्मीर के बडगाम में आतंक को मदद देने वाले तीन लोगों को पकड़ा गया है, जिनके 'लश्कर-ए-तैयबा' नामक आतंकी संगठन से जुड़े होने की बात सामने आई है. यह भी कहा जा रहा है कि ये लोग इलाके में आतंकी गतिविधियों में शामिल थे और युवाओं को आतंकवाद की ओर धकेलते थे. इससे पहले, पिछले तीन दिनों में दो मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए, और सेना और पुलिस ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान जारी रहने की जानकारी दी.
पकड़े गए आतंकवादी सहयोगियों के नाम क्या हैं?
गिरफ्तारी कहां हुई और क्या बरामद हुआ?
सुरक्षाबलों को ये बड़ी कामयाबी कवूसा नारबल (मगम क्षेत्र) में मिली है. इनके पास से एक पिस्तौल और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया है.
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आतंकवादी सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज?
मागम थाने में एफआईआर नंबर 66/2025 के तहत मामला दर्ज किया गया है. UAPA (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
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पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि ये तीनों आतंकवादी सहयोगी सक्रिय लश्कर आतंकवादी आबिद के संपर्क में थे. आबिद, कयूम लोन का बेटा है. कयूम वुस्सान पट्टन का रहने वाला और 2020 में भारत छोड़कर पाकिस्तान भाग गया था और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया.
वर्तमान में कयूम लश्कर-ए-तैयबा में नौजावनों की भर्ती करने में मदद करता है. नौजवानों को वह आतंक की राह में धकलने में लगा हुआ है.
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई घाटी में शांति बहाल करने और आतंक के नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में कदम उठाया गया. फिलहाल मामले की गहन जांच जारी है.