हरियाणा सरकार जहां भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, वहीं सोनीपत में जिला पंचायत कार्यालय के बाहर एक अनोखा विरोध देखने को मिला. यहां जिला पार्षद संजय बड़वासनी अपने साथी के साथ जेठ माह की तपती धूप में जलते हुए उपलों के बीच बैठ गए और पंचायत विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया.
जिला पार्षद का आरोप है कि पंचायत विभाग में करोड़ों रुपये का गबन हुआ है. खासतौर पर गांवों के थ्री पौंड सिस्टम में लाखों रुपये की गड़बड़ी सामने आई है. उन्होंने कहा कि अब तो ग्रामीण इलाकों में होने वाले विकास कार्यों के बजट पर भी अधिकारी मंडली बनाकर बैठे हैं और उसका उपयोग नहीं होने दे रहे.
तपती धूप में जलते हुए उपलों के बीच बैठे जिला पार्षद
टीवी स्क्रीन पर जो तस्वीरें सामने आई हैं, वो साधु-संतों की तपस्या जैसी लगती हैं, लेकिन यह तपस्या नहीं बल्कि प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है. जिला पार्षद लगातार आरोप लगा रहे हैं और अधिकारियों को खुली बहस की चुनौती दे रहे हैं.
संजय बड़वासनी का कहना है कि अगर उन्हें या उनके साथियों को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी जिला पंचायत के अधिकारियों की होगी. उन्होंने सरकार से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए.
चायत विभाग में करोड़ों रुपये का गबन
ब्लॉक समिति सदस्य सुमित ने भी प्रदर्शन का समर्थन किया है और सरकार से जांच की मांग की है. उनका कहना है कि जब तक अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक विरोध जारी रहेगा.