हरियाणा पुलिस द्वारा थार वाहनों पर हुड़दंगबाजी रोकने के लिए लगातार जारी निर्देशों के बावजूद मेवात जिले में ऐसे मामलों में कमी नहीं आ रही है. ताजा घटना नूंह के गांव खोड़ की है, जहां एक परिवार ने अपनी झोपड़ी की सुरक्षा की चिंता जताते हुए पटाखे चलाने का विरोध किया तो उनके घर में आग लगा दी गई . साथ ही घर की महिलाओं पर भी हमला कर दिया गया. इस घटना ने क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है.
घटना 15 नवंबर की शाम की है. शिकायतकर्ता कमरुद्दीन, निवासी गांव खोड़ के अनुसार, उनके पड़ोसी जाकिर पुत्र जुहूरखान के घर बारात आई हुई थी. बारात में शामिल युवक महिंद्रा थार और अन्य गाड़ियों की छत पर चढ़कर पटाखे चला रहे थे. जब यह बारात कमरुद्दीन की गली से गुजर रही थी, तो उन्होंने आग लगने के खतरे को देखते हुए पटाखे चलाने से मना किया, क्योंकि उनकी गली में ही उनका भूसे से भरा घर मौजूद था.
कमरुद्दीन ने बताया- 'मैंने उनसे कहा- हाथ जोड़ता हूं, मेरी झोपड़ा जल जाएगी. पटाखे मत जलाओ. लेकिन वे नहीं माने.' के विरोध करने पर बाराती नाराज हो गए और गाली-गलौज करने लगे. गुस्से में उन्होंने पटाखों की पूरी पेटी उठाकर सीधे भूसे वाले घर में फेंक दी. पेटी गिरते ही तेज धमाका हुआ और घर में आग भड़क उठी. आग की लपटें कुछ ही मिनटों में फैल गईं. जब कमरुद्दीन और उनके परिजनों ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया. कमरुद्दीन पर लाठी से वार किया गया जबकि उनके भाई की पत्नी सरमीना पर तेजधार हथियार से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया.
घटना के बाद आरोपी मौके से भागते हुए जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए. कमरुद्दीन ने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी. पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया. आग से घर का काफी सामान जलकर राख हो गया.
पीड़ित परिवार ने रोजका मेव पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है. थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर 6 नामजद और 6 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है. यह घटना एक बार फिर बताती है कि थार गाड़ियों पर स्टंटबाजी और पटाखेबाजी की समस्या ग्रामीण इलाकों में गंभीर रूप से बढ़ रही है, जिसके खिलाफ पुलिस कई बार चेतावनी दे चुकी है, परंतु नियमों को धता बताते हुए ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.
Input: कासिम खान