हरियाणा विधानसभा का मंगलवार को विशेष सत्र शुरू होने से पहले ही मनोहर लाल खट्टर सरकार ने चार निर्दलीय विधायकों को विभिन्न बोर्डों और निगमों का अध्यक्ष बना दिया.
बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार ने दादरी, फरीदाबाद, पुंडरी और नीलोखेड़ी के विधायकों को विशेष सत्र से पहले बोर्ड-निगमों के अध्यक्ष पद नवाज कर संतुष्ट करने की कोशिश की.
इस तरह किया खुश
दादरी से निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान को हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड का प्रमुख बनाया गया है. इसी तरह पृथला (फरीदाबाद) के निर्दर्लीय विधायक नयनपाल रावत को हरियाणा भंडारगार निगम का चेयरमैन बनाया गया है.
पुंडरी के निर्दलीय विधायक रंधीर सिंह गोलान को हरियाणा पर्यटन विकास निगम का चेयरमैन बनाया गया है. वहीं नीलोखेड़ी से निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंडार को हरियाणा वन विकास निगम का चेयरमैन बनाया गया है. इन चारों विधायकों ने बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर बाग़ी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था.
चारों विधायक क्यों थे नाखुश
बीजेपी-जेजेपी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने वाले ये चारों निर्दलीय विधायक कैबिनेट मंत्री ना बनाए जाने से नाखुश बताए जा रहे थे. सरकार में सिर्फ एक निर्दलीय विधायक रंजीत चौटाला को ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. दो और निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू (मेहम) और राकेश दौलताबाद (सोहना) की नजर अब हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर पद पर है.
बीजेपी विधायक रणबीर गंगवा का नाम भी डिप्टी स्पीकर पद के लिए चर्चा में है. गंगवा इंडियन नेशनल लोकदल से पाला बदल कर बीजेपी में शामिल हुए थे और पिछड़ा समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं.