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रमेश ने मौत को दी मात, भूमि की छूटी फ्लाइट... विमान हादसे में 'चमत्कार' की 2 कहानी

अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर हुआ प्लेन क्रैश बोइंग कंपनी के 787 ड्रीमलाइनर विमान से जुड़ी सबसे भयावह दुर्घटनाओं में से एक है. अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग का यह सबसे आधुनिक वाइडबॉडी एयरलाइनर है. एअर इंडिया का यह विमान सिर्फ 12 साल पुराना था और दुर्घटना से कुछ घंटे पहले ही दिल्ली से यात्रियों को लेकर अहमदाबाद पहुंचा था. इसमें 242 लोग सवार थे.

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रमेश और भूमि अलग-अलग कारणों से विमान हादसे से बच गए
रमेश और भूमि अलग-अलग कारणों से विमान हादसे से बच गए

विश्वास और भूमि... ये वो दो लोग हैं, जिनकी अलग-अलग कारणों से अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश से जान बच गई. इन दोनों की ही कहानी दिलचस्प है. दरअसल, विश्वास एअर इंडिया की फ्लाइट के इकलौते यात्री रहे जो यात्रा करने को बैठ गए लेकिन हादसे में बच गए. विश्वास को किसी चमत्कार ने बचाया तो भूमि को ट्रैफिक जाम ने. कारण, भूमि ट्रैफिक जाम लगने की वजह से फ्लाइट बोर्ड ही नहीं कर पाईं. 

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विमान हादसे में इकलौते बचे यात्री विश्वास कुमार से आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आकर हालचाल पूछा. इसके बाद अस्पताल के बिस्तर पर लेटे विश्वास कुमार ने मीडिया को अपनी आपबीती सुनाई. उन्होंने बताया कि प्लेन जैसे ही रनवे पर स्पीड पकड़ने लगा, तभी कुछ अजीब-सा लगा. अचानक 5-10 सेकंड के लिए सब जैसे रुक गया था. सन्नाटा, फिर एकदम से ग्रीन और व्हाइट लाइट्स ऑन हो गईं. लगा कि जैसे टेकऑफ के लिए पायलट ने पूरा जोर लगा दिया हो. बस फिर क्या था, प्लेन रफ्तार से सीधा हॉस्टल की बिल्डिंग में जा घुसा.

यह भी पढ़ें: पिता से किया आखिरी वादा पूरा नहीं कर पाई 'मैथिली', Air India विमान हादसे में 23 साल की एयर होस्टेस की मौत

विश्वास ने बयां की विमान क्रैश की आपबीती

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विश्वास ने बताया कि मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी, वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा. ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे रह गए. शायद मैं सीट सहित नीचे गिर गया था. मैं जैसे-तैसे निकल पाया. दरवाजा टूट गया था, और सामने कुछ खाली जगह दिखी, तो निकलने की कोशिश की. दूसरी साइड पर दीवार थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल सका. मेरी आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और सबकुछ जल रहा था. इस हादसे में मेरा बायां हाथ बुरी तरह जल गया, लेकिन जान बच गई. मैं जैसे ही बाहर आया, आग फैल रही थी. कुछ सेकंड और देर होती तो शायद...

10 मिनट की देरी से बच गई भूमि की जान

गुजरात के भरूच की रहने वाली भूमि चौहान की कहानी इससे थोड़ी अलग है. उनकी जान ट्रैफिक जाम में फंसने के कारण बच गई. दरअसल, भूमि दो साल बाद छुट्टियां मनाने के लिए भारत आई थीं. वह लंदन में अपने पति के साथ रहती हैं. उन्हें गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हुई एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 से वापस लंदन जाना था, लेकिन ट्रैफिक जाम की वजह से वह समय से एयरपोर्ट पर नहीं पहुंच पाईं, जिसके चलते उनकी जान बच गई. अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचने में 10 मिनट की देरी भूमि चौहान के लिए वरदान बन गई.

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भूमि ने आजतक से बातचीत में बताया, 'मेरी फ्लाइट की टाइमिंग दोपहर 1 बजकर 10 मिनट की थी और 12:10 से पहले एयरपोर्ट पहुंचना था. रास्ते में ट्रैफिक बहुत था, इसलिए मुझे एयरपोर्ट पहुंचने में 12 बजकर 20 मिनट हो गए थे. मैं चेक-इन नहीं कर पाई और सुरक्षा कर्मियों ने मुझे वापस जाने के लिए कह दिया. इसलिए मेरी फ्लाइट मिस हो गई. शुरुआत में मैं सोच रही थी कि थोड़ी जल्दी आ जाती तो नुकसान नहीं होता और फ्लाइट पकड़ पाती. लेकिन अब सोचती हूं कि जो हुआ अच्छा ही हुआ.'

यह भी पढ़ें: एअर इंडिया विमान हादसा: प्लेन क्रैश साइट पर 10 मिनट रुके PM मोदी, अस्पताल में घायलों का हालचाल जाना

'जिस फ्लाइट में बैठने वाली थी वही क्रैश हो गई'

उन्होंने हादसे के बारे में कहा, 'मैं एयरपोर्ट से घर के लिए वापस लौट रही थी, तो रास्ते में मुझे पता लगा कि जिस फ्लाइट में मैं बैठने वाली थी वही क्रैश हो गई है. मेरा शरीर सचमुच कांप रहा था. मैं बात नहीं कर पा रही थी. जो कुछ भी हुआ है उसे सुनने के बाद मैं सन्न रह गई थी. मैंने सोचा कि मेरे कुछ अच्छे कर्म रहे होंगे जो मेरी फ्लाइट मिस हो गई और मेरी जान बच गई. लेकिन और लोगों के साथ जो हुआ है वह बहुत भयावह घटना है. इतने लोगों की जान चली गई. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि वह हादसे में जान गंवाने वालों की आत्मा को शांति दे.'

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क्रैश में 265 लोगों की कई जान

बता दें कि अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर हुआ प्लेन क्रैश बोइंग कंपनी के 787 ड्रीमलाइनर विमान से जुड़ी सबसे भयावह दुर्घटनाओं में से एक है. अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग का यह सबसे आधुनिक वाइडबॉडी एयरलाइनर है. एअर इंडिया का यह विमान सिर्फ 12 साल पुराना था और दुर्घटना से कुछ घंटे पहले ही दिल्ली से यात्रियों को लेकर अहमदाबाद पहुंचा था. इसमें 242 लोग सवार थे. अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे नंबर 23 से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद, यह तेजी से नीचे की ओर गिरने लगा और एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विशाल आग के गोले में तब्दील हो गया. इस हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई. इनमें उस इमारत में मौजूद लोग भी शामिल हैं, जिससे ये विमान टकराया.

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